काशी की क्योटो से तुलना दुस्साहस,काशी की महिमा अनंत: सांसद वीरेंद्र सिंह
पीएम मोदी पर साधा निशाना
वाराणसी/क्योटो।
जापान यात्रा पर गए चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने क्योटो शहर के दौरे के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुए बनारस और क्योटो की तुलना की है। उन्होंने कहा कि क्योटो में आधुनिकता और प्राचीनता का अद्भुत संगम देखने को मिला। वहाँ की विश्व प्रसिद्ध पाँच मंजिला लकड़ी की शिव मंदिर की प्राचीन काष्ठकला ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया।
सांसद ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को क्योटो जैसा बनाने का सपना देखा था। क्योटो की यात्रा के दौरान बरबस ही वह सपना याद आ गया और उन्होंने काशी और क्योटो की तुलना करने की चेष्टा की।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भले ही बनारस विकास की उस दिशा में क्योटो से पीछे हो, लेकिन उसकी आत्मा, संस्कृति और आस्था अनूठी है। काशी को उसकी मौलिकता में ही रहने देना चाहिए क्योंकि यह नगरी स्वयं में मोक्षदायिनी है।
सांसद ने लिखा, “काशी में जो अल्हड़पन और अपनापन है, वह संसार की किसी नगरी में नहीं। माँ गंगा अनादि काल से भगवान शिव के चरणों को स्पर्श करती हुई बह रही हैं। काशी को काशी ही रहने दो, यही इसकी विशेषता है।”
उनका यह भावनात्मक वक्तव्य सोशल मीडिया पर तेजी से साझा किया जा रहा है और वाराणसीवासियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का एक नया दृष्टिकोण दे रहा है।