काशीवासियों को 24 घंटे अलग मार्ग से मिले बाबा के दर्शन का अधिकार:शंकराचार्य
•सिर्फ एक-एक घंटा सुबह शाम का समय पर्याप्त नहीं प्रशासन ध्यान दें
वाराणसी(जनवार्ता)। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ बाबा काशीवासियों के है इसलिए उन्हें 24 घंटे दर्शन का अधिकार है।
प्रशासन को चाहिए कि काशी वासियों को सुविधाजनक मार्ग उपलब्ध करावे जिससे वह 24 घंटे में जब चाहे बाबा के दर्शन कर सकें।वाराणसी आगमन के पश्चात जनवार्ता से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बाबा ने स्वयं काशी को चुना है इसलिए बाबा पर सर्वाधिक अधिकार काशी वासियों का है। प्रशासन बाबा के सुगम दर्शन की व्यवस्था करे और एक ऐसा वैकल्पिक मार्ग बने जिससे काशीवासी जब चाहे बाबा का दर्शन कर सके ।जब उक्त मार्ग खाली हो तो अन्य को भी उससे प्रवेश दिया जा सकता है।
ज्ञातव्य है कि वाराणसी में काशी वासियों के लिए बाबा के नियमित दर्शन हेतु एक वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन उसे सिर्फ एक घंटा सुबह और एक घंटा शाम को ही खोला जाएगा। शंकराचार्य ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह व्यवस्था उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबा काशी वासियों के हैं और अपने बाबा पर परिवार के बच्चों का अधिकार रहता है।वे जब चाहे जाएं या आएं।
काशी आगमन पर भव्य स्वागत
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का इससे पूर्व वाराणसी आगमन पर भव्य स्वागत किया गया।भक्तों ने एयरपोर्ट से लेकर सोनारपुरा विद्यामठ आश्रम तक कई स्थानों पर पादुका पूजन व फूल मालाओं की वर्षा कर अभिनंदन किया। श्री विद्यामठ पहुंचने पर सैकड़ों की संख्या में भक्त अनुयाई तथा बटुक पूरे मार्ग पर फूल बिछाते चल रहे थे।मठ में पादुका पूजन किया गया।