ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक लेकिन गाजा में इजरायल के ‘ग्राउंड ऑपरेशन’ में क्यों नहीं आ रही तेजी?

ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक लेकिन गाजा में इजरायल के ‘ग्राउंड ऑपरेशन’ में क्यों नहीं आ रही तेजी?
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नई दिल्ली। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने 10 अक्टूबर को कहा था कि हमास के आतंक का खात्मा करने के लिए हवाई मार्ग के बाद अब जमीनी मार्ग से भी हमला शुरू किया जाएगा। इसके लिए एक बड़े ग्राउंड ऑपरेशन की तैयारियां भी शुरू कर दी गई थी। हालांकि, इजरायली सेना अभी तक स्पष्ट नहीं कर रही है कि गाजा पट्टी में ग्राउंड ऑपरेशन कब शुरू किया जाएगा।

आपको बता दें कि पिछले लगातार दो दिनों से इजरायली सेना गाजा पट्टी में रेड भी डाल रही है, जिसे ग्राउंड ऑपरेशन की नींव के तौर पर देखा जा रहा है। इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने भी कहा है कि हमास के खिलाफ अगले स्टेज की तैयारी के लिए ये रेड जारी रहेगी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इजरायली सेना के ग्राउंड ऑपरेशन में देरी क्यों हो रही है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

इजरायली सेना के ग्राउंड ऑपरेशन में देरी क्यों हो रही है?
पिछली रात भी सेना ने गाजा पट्टी में की छापेमारी
लगातार हमास आतंकियों को खत्म करने के लिए हो रही एयर स्ट्राइक
इजरायली सेना के ग्राउंड ऑपरेशन में देरी क्यों हो रही है?

  1. अमेरिकी दबाव भी एक कारण
    कुछ रिपोर्ट्स में दावे किए जा रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल को सलाह दी है कि गाजा पट्टी में ग्राउंड ऑपरेशन को अभी होल्ड पर रखा जाए। इसके लिए कारण ये बताया जा रहा है कि पिछले दिनों हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को रिहा किया था और इसके बाद दो और बंधकों को छोड़ा गया था। ऐसे में अनुमान है कि अभी और भी अधिक बंधक रिहा किए जा सकते हैं।
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वहीं, दूसरी ओर गाजा में किसी अनजान जगह पर बंधकों को रखा गया है। कुछ रिपोर्ट्स में ये भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या गारंटी है कि इजरायली सेना ग्राउंड ऑपरेशन के दौरान सभी बंधकों को रिहा कराने में कामयाब होगी। ऐसे में इजरायल को कुछ और वक्त इंतजार करने की हिदायत दी गई है। हालांकि, IDF के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा है कि अमेरिकी सलाहकार आए हैं और उन्हें काफी अनुभव भी है। हम उनकी बात सुन रहे हैं, लेकिन युद्ध हमारे दरवाजे पर खड़ा है। हम गाजा को अच्छी तरह से जानते भी हैं। अंत में ये इजरायल का ही निर्णय होगा और हमें अच्छी तरह से पता है कि युद्ध के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए क्या करने की जरूरत है।

  1. गाजा मेट्रो भी बड़ी चुनौती
    गाजा पट्टी में घुसने के बाद इजरायली सेना की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक गाजा मेट्रो टनल भी है, जिसकी लंबाई 400 किमी से भी ज्यादा बताई जा रही है। यह टनल काफी गहरी है और गाजा और खान यूनिस जैसे बड़े शहरों को कवर करती है। यह उत्तर में इजरायल की तरफ और दक्षिण में मिस्र की तरफ निकलती है। बताया जाता है कि यह हमास का कमांड सेंटर भी है और इसके अंदर भरपूर संख्या में हथियार और गोला-बारूद भरे हैं।

कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने साल 2014, 2017 और 2021 में इस टनल में बमबारी भी की थी, लेकिन सेना को ज्यादा सफलता नहीं मिली। ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि हमास ने इसी टनल के अंदर बंधकों को भी रखा है, जो इजरायली सेना की चिंता को और भी अधिक बढ़ा देता है।

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आपको बता दें कि 22 अक्टूबर को एबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में अमेरिकी रक्षा मंत्री ने लॉयड ऑस्टिन ने कहा था- ‘समय के साथ हमास के बनाए गए सुरंगों के भूमिगत नेटवर्क और इस तथ्य के कारण कि उनके पास लड़ाई की तैयारी के लिए लंबा समय था, इजरायल के लिए यह अधिक कठिन हो सकता है। मुझे लगता है कि आप एक ऐसी लड़ाई देखेंगे जिसमें बहुत सारे आईईडी और बहुत सारे बूबी ट्रैप शामिल होंगे। अब हमने जो चीजें सीखी हैं, उनमें से एक यह है कि युद्ध क्षेत्र में नागरिकों की रक्षा कैसे की जाए। वे युद्ध क्षेत्र का हिस्सा हैं और हमें युद्ध के कानून के अनुसार उनकी रक्षा के लिए जो आवश्यक होगा, वह करना पड़ेगा।’

ऐसे में इस टनल से निपटने के लिए इजरायली सेना को अपनी तैयारी पुख्ता करनी होगी। इजरायली रक्षा मंत्री ने भी कहा है कि वो अपनी सेना को बिना किसी योजना के मौत के मुंह में नहीं धकेल सकते और इसलिए पहले एयर स्ट्राइक और फिर जमीनी रेड के जरिए हमास के कमांडरों को खत्म किया जाएगा, उनके ठिकानों को तबाह किया जाएगा और फिर बड़े स्केल पर ग्राउंड ऑपरेशन को आगे बढ़ाया जाएगा।


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