गौहत्या के पाप से हिंदुओं का हो रहा अपमान : शंकराचार्य
गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने कीम मांग
किशनगंज (जनवार्ता) । ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने गौमाता संकल्प यात्रा के तहत किशनगंज, बिहार में आयोजित गौमाता संकल्प सभा में विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि गौहत्या के पाप के कारण हिंदू समाज अपने ही देश में अपमानित हो रहा है। उन्होंने सनातन धर्मियों से आह्वान किया कि वे गौमाता के प्राणों की रक्षा और सनातन धर्म की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित हों।
शंकराचार्य ने कहा, “जो राजनैतिक दल या नेता गौहत्या बंद कराने और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए शपथपत्र देकर आए, केवल उसी गौभक्त प्रत्याशी को अपना वोट दें। अन्यथा, वह दिन दूर नहीं जब हमारे बच्चे भी गौमांस खाने लगेंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा कि गौहत्या को सहन करना हिंदू न होने की निशानी है। इसलिए, गौहत्या को बढ़ावा देने वाले नेताओं और दलों का किसी भी रूप में समर्थन न करें।
उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक हिंदू अपने घर के बाहर बोर्ड लगाए, जिसमें लिखा हो, “यह हिंदू घर है, गौहत्यारी पार्टी या प्रत्याशी हमसे वोट की उम्मीद न करें।” शंकराचार्य जी ने कहा कि आज की सत्तालोलुप राजनीति गौमाता को बोटी-बोटी काटकर पैकेटों में बेच रही है। इसे रोकने के लिए गौभक्तों को राजनीति में उतरना होगा और नेताओं की कमजोर नस, यानी वोट, को प्रभावित करना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जब नेताओं को लगेगा कि गौहत्या कराने से उनकी सत्ता खतरे में पड़ेगी, तब वे स्वयं गौभक्त बनकर दिखाने लगेंगे।
सभा के बाद शंकराचार्य ने रात्रि विश्राम मनोज गट्टानी के आवास पर किया, जहां गट्टानी परिवार ने उनके चरण पादुका का पूजन कर आरती उतारी। विवेक शर्मा ने भी उनके चरण पादुका का पूजन किया। शंकराचार्य जी ने स्वर्गीय पं. कृष्णानंद उपाध्याय के घर जाकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। रात्रि विश्राम के लिए वे पूर्णिया रवाना हुए।
कार्यक्रम में गौमाता संकल्प यात्रा के संयोजक स्वामी प्रत्यक्चैतन्यमुकुंदानंद गिरी जी महाराज, दीपक शर्मा, मनीष जलान, ललित मित्तल, छोटू पासवान, अखिलेश ब्रह्मचारी सहित बड़ी संख्या में गौभक्त उपस्थित थे।