जारी रहेगी महिलाओं के हक की लड़ाई : शालिनी सिंह पटेल
बुंदेलखंड की बदहाली और महिलाओं पर भेदभाव का मुद्दा केंद्रीय मंत्री के समक्ष उठाया
नई दिल्ली (जनवार्ता) । जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की प्रदेश उपाध्यक्ष व बुंदेलखंड प्रभारी शालिनी सिंह पटेल ने केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठावले से शुक्रवार को दिल्ली में मुलाकात कर बुंदेलखंड की समस्याओं और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज उठाने वालों को फर्जी मुकदमों और जेल की साजिशों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यह डराने की साजिशें नाकाम रहेंगी। “चाहे कितने मुकदमे दर्ज हों या जेल जाना पड़े, जनता और महिलाओं के हक की लड़ाई जारी रहेगी,” उन्होंने दृढ़ता से कहा।
शालिनी सिंह पटेल ने बताया कि बुंदेलखंड पानी की कमी, बेरोजगारी, पलायन और किसानों की आत्महत्याओं से जूझ रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव क्षेत्र को पीछे धकेल रहा है। उन्होंने महिलाओं की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा, बाल विवाह और सामाजिक भेदभाव उनकी प्रगति में रोड़ा हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से बुंदेलखंड के लिए विशेष पैकेज और महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा व रोजगार के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठावले ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि सरकार बुंदेलखंड के विकास और महिलाओं व वंचित वर्गों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाएगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शालिनी सिंह पटेल का यह संघर्षपूर्ण रुख बुंदेलखंड की राजनीति और समाज को नई दिशा प्रदान करेगा।