जर्जर सड़क से बढ़ी ग्रामीणों की मुसीबत: स्कूली बच्चे और मरीज सबसे ज्यादा प्रभावित
सोनभद्र (जनवार्ता)। ब्लॉक चोपन क्षेत्र के बिजौरा गांव में चोपन-कुड़ारी मार्ग की जर्जर हालत ने राहगीरों और स्कूली बच्चों की समस्याएं बढ़ा दी हैं। उत्तर प्रदेश को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण सड़क पर दर्जनों जगहों पर एक फीट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे आवागमन बेहद जोखिमभरा हो गया है।


यह मार्ग न केवल स्थानीय ग्रामीणों बल्कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के दौरे के लिए भी उपयोग होता है, लेकिन वर्षों से इसकी मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश सचिव प्रदीप यादव मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि सड़क पर गड्ढों और कीचड़ के कारण आम जनता को भारी परेशानी हो रही है। रोजाना सैकड़ों छात्र-छात्राएं इसी मार्ग से प्राथमिक विद्यालय जाते हैं और कीचड़ से गुजरने को मजबूर हैं। आपातकाल में एंबुलेंस पहुंचने में देरी होती है, जिससे मरीजों की जान को खतरा बना रहता है।
मार्ग के किनारे पानी निकासी की नाली बनी थी, लेकिन वह पट जाने से घरों का गंदा पानी सड़क पर बहकर जमा हो जाता है। बिजौरा गांव में पानी की मात्रा इतनी अधिक रहती है कि वाहन फिसलने का खतरा बना रहता है। प्रदीप यादव ने चेतावनी दी कि यदि त्वरित मरम्मत नहीं हुई तो ग्रामीणों के साथ मिलकर सड़क जाम किया जाएगा। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।

