टूंडला में निर्माणाधीन ओवरब्रिज की शटरिंग ढहने से 5 मजदूर मलबे में दबे, ठेकेदार फरार; सीएम ने लिया संज्ञान
फिरोजाबाद (जनवार्ता) : उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के टूंडला रेलवे स्टेशन से मात्र 500 मीटर दूर हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर बन रहे ओवरब्रिज की शटरिंग अचानक ढह गई। इस हादसे में कम से कम 5 मजदूर मलबे के नीचे दब गए, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। घटना गुरुवार रात की है, जब निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा था। अंधेरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी परेशानी हो रही है, लेकिन प्रशासनिक टीमें जेसीबी और अन्य मशीनरी के साथ बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
जानकारी के अनुसार, यह ओवरब्रिज रेलवे रेस्ट कैंप कॉलोनी से लाइनपार अहाता शोभाराम तक बनाया जा रहा था, जो लाइनपार क्षेत्र को टूंडला शहर के मुख्य भाग से जोड़ेगा। हादसा उस समय हुआ जब मजदूर शटरिंग का काम कर रहे थे। अचानक संरचना भरभरा गई और मलबा धसक गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि निर्माण में सुरक्षा मानकों की जमकर अनदेखी की जा रही थी, जिसके चलते यह दुर्घटना हुई।
हादसे की सूचना मिलते ही जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तत्काल रेस्क्यू टीमों को निर्देश दिए। अब तक 5 मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया है, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, दो मजदूरों की हालत गंभीर है। रात के अंधेरे और मलबे की मोटी परत के कारण बचाव कार्य धीमी गति से चल रहा है। सुबह होते ही भारी मशीनरी से काम तेज किया जाएगा।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हादसे के तुरंत बाद ठेकेदार मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। स्थानीय निवासियों ने निर्माण एजेंसी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन की धमकी दी है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “रात करीब 9 बजे तेज आवाज आई और पूरा हिस्सा गिर पड़ा। मजदूर चीख रहे थे, लेकिन अंधेरा होने से मदद पहुंचाने में देरी हुई।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का तुरंत संज्ञान लिया है। उन्होंने डीएम और एसएसपी को रेस्क्यू तेज करने और घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया गया। राज्य सरकार ने जांच समिति गठित करने की घोषणा भी की है ताकि निर्माण में हुई खामियों का पता लगाया जा सके।
यह हादसा उत्तर प्रदेश में निर्माण स्थलों पर सुरक्षा के लापरवाह रवैये को उजागर करता है। हाल ही में कन्नौज रेलवे स्टेशन पर इसी तरह के हादसे में 23 मजदूर मलबे में दबे थे। विशेषज्ञों का कहना है कि शटरिंग और संरचना की गुणवत्ता जांच के बिना काम आगे नहीं बढ़ना चाहिए। फिलहाल, टूंडला क्षेत्र में तनाव का माहौल है, और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।