धान खरीद में भेदभाव का आरोप, किसानों ने कलेक्ट्रेट पर किया धरना, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
सोनभद्र (जनवार्ता)। धान की सरकारी खरीद, बिजली समस्या और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से जुड़े मुद्दों को लेकर जन अधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा गया।


राबर्ट्सगंज स्थित कलेक्ट्रेट में हुए इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष आदित्य मौर्य ने किया। इस दौरान प्रदेश प्रमुख महासचिव डॉ. भागीरथी सिंह मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने के सरकारी दावों के विपरीत जमीनी हकीकत चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनभद्र जिले में सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों को प्रति बीघा मात्र 10 कुंतल धान ही बेचने दिया जा रहा है, जबकि सामान्य पैदावार 20 कुंतल प्रति बीघा तक होती है।

उन्होंने बताया कि खुले बाजार में धान 1800 से 2000 रुपये प्रति कुंतल बिक रहा है, जबकि पड़ोसी जिले चंदौली में 15 कुंतल प्रति बीघा तक सरकारी खरीद की जा रही है। इसे किसानों के साथ दोहरा मापदंड बताते हुए उन्होंने शेष उपज के निस्तारण और किसानों की आर्थिक परेशानियों का मुद्दा उठाया।
मंडल प्रभारी सुमंत सिंह मौर्य व जिलाध्यक्ष आदित्य मौर्य ने मांग की कि पूरी पैदावार की MSP पर खरीद सुनिश्चित की जाए, क्रय केंद्रों पर कांटा-बोरा उपलब्ध हो और देरी से शुरू हुई खरीद को मार्च 2026 तक चलाया जाए। वहीं मंडल उपाध्यक्ष विजयमल मौर्य ने बटाईदार किसानों को भी MSP का लाभ देने और 300 यूनिट से कम बिजली उपभोग पर बिल माफी की मांग रखी।
धरने में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व किसान मौजूद रहे।

