वाराणसी: पराड़कर स्मृति भवन पर कांग्रेसियों का उग्र प्रदर्शन
वाराणसी (जनवार्ता)। सुप्रिया श्रीनेत के स्वागत में आयोजित कांग्रेस कार्यक्रम को रोकने के प्रयास के खिलाफ शनिवार को कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। पराड़कर भवन पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति न मिलने से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। नारेबाजी के बीच धक्का-मुक्की की नौबत भी आ गई, जबकि मैदागिन स्थित राजीव भवन पर अंततः सम्मेलन आयोजित हुआ।
प्रदर्शन के दौरान पराड़कर भवन पर भारी पुलिस बल तैनात था, जिसके चलते कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कहासुनी व नोकझोंक की स्थिति उत्पन्न हो गई। कांग्रेस नेताओं ने इसे सत्ता पक्ष के इशारे पर विपक्ष की आवाज दबाने की साजिश करार दिया। पार्टी पदाधिकारियों का आरोप है कि जिला प्रशासन सत्ताधारी दल के दबाव में कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहा है।
घटना तब और तूल पकड़ गई जब कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। इस कार्रवाई से आक्रोशित कांग्रेसी नेताओं ने नारेबाजी करते हुए प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि लोकतंत्र की हत्या करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
मिर्जामुराद के दुधवां गांव निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि व कांग्रेस नेता आनंद सिंह ‘रिंकू’ को शनिवार सुबह ही पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। रिंकू ने बताया, “राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के स्वागत कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा था कि सुबह-सुबह पुलिस घर पहुंच गई और मुझे नजरबंद कर दिया। यह विपक्षी आवाज को कुचलने की साफ साजिश है।”
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा, “प्रशासन सत्ताधारी दल के इशारों पर नाच रहा है। हमारा शांतिपूर्ण कार्यक्रम रोकना लोकतंत्र के लिए खतरा है।” पार्टी ने इस घटना को राहुल गांधी व अन्य विपक्षी नेताओं के खिलाफ हो रही कार्रवाइयों से जोड़ते हुए केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान ‘लोकतंत्र जिंदाबाद’, ‘सत्ता के दमनकारी बंद करो’ जैसे नारे लगाए। इस बीच, राजीव भवन पर आयोजित सम्मेलन में सुप्रिया श्रीनेत का स्वागत हुआ, जहां विपक्षी एकता पर जोर दिया गया।