प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में विकास समीक्षा बैठक
तीन गुना जीडीपी बढ़ाने व वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनॉमी में जिले का योगदान बढ़ाने पर जोर

वाराणसी (जनवार्ता)। उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री तथा जनपद के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में सोमवार को सर्किट हाउस सभागार में जनपद की विभिन्न विकास परियोजनाओं एवं प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में वाराणसी के योगदान की विस्तृत समीक्षा बैठक हुई।

बैठक में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि वर्तमान में जनपद की जीएसडीपी 51,036 करोड़ रुपये (प्रचलित मूल्य पर) है तथा राज्य की जीडीपी में इसका योगदान 1.99 प्रतिशत है। प्रदेश के एक ट्रिलियन डॉलर इकॉनॉमी के लक्ष्य में वाराणसी का निर्धारित लक्ष्य 1,59,200 करोड़ रुपये है। इसे हासिल करने के लिए मौजूदा जीडीपी को लगभग तीन गुना करना होगा।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इसके लिए समयबद्ध बिन्दुवार ठोस कार्ययोजना बनानी होगी। कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, वानिकी एवं एग्रो-फॉरेस्ट्री में गुणात्मक सुधार जरूरी है। पशुओं की नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान योजना को तेजी से बढ़ावा दिया जाए तथा दुग्ध संग्रहण केंद्रों की संख्या बड़े स्तर पर बढ़ाई जाए। जिलाधिकारी स्वयं हर महीने इसकी समीक्षा करेंगे।
धान खरीद में बिचौलियों को पूरी तरह दूर रखते हुए शासन की नीति के अनुरूप सीधे किसानों के खाते में भुगतान सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश डिप्टी आरएमओ को दिए गए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए।
शासन की सभी जनकल्याणकारी एवं अनुदानित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर पात्र लोगों तक लाभ पहुंचाने, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, ओडीओपी, पीएम स्वनिधि जैसी योजनाओं को तेजी से लागू करने तथा रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।
प्रभारी मंत्री ने तृतीयक सेक्टर (सर्विस सेक्टर) को एक लाख करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखा। पर्यटन, मेडिकल टूरिज्म, होम स्टे, गंगा क्रूज एवं इलेक्ट्रिक बोट जैसे क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है। पिछले दिनों घरेलू पर्यटकों में 42 प्रतिशत एवं होटल उद्योग में 66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
बैठक में कृषि बीज पार्क, मिनीकिट वितरण, शीतगृह, गोदाम, एग्रीटेक स्टार्टअप, दलहन-तिलहन फसलों पर फोकस, नहरों की नियमित सिल्ट सफाई, उच्च पैदावार देने वाले किसानों को सम्मानित करने, भट्ठों का सर्वे, अधिक से अधिक वृक्षारोपण जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई।
प्रभारी मंत्री ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि आगे की बैठकों में केवल ठोस प्रगति एवं आंकड़े लेकर आएं, संभावनाओं की बात नहीं चलेगी।
बैठक में महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, पूर्व मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश सिंह, त्रिभुवन राम, डॉ. सुनील पटेल, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित खरे सहित जनप्रतिनिधि एवं सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि माननीय मंत्री के सभी निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन किया जाएगा तथा प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में वाराणसी पूरा योगदान देगा।

