राजेश्वरी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सोल्लास मनाई गई दिनकर जयंती
वाराणसी (जनवार्ता) । राजेश्वरी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हरहुआ में रविवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राघवेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि दिनकर मानवीय गरिमा और भारतीय अस्मिता के संवेदनशील साहित्यकार थे। उनके साहित्य में भारतीय संस्कृति की उत्कृष्ट अभिव्यक्ति देखने को मिलती है।
डॉ. सिंह ने दिनकर की कृतियों संस्कृति के चार अध्याय, अर्धनारीश्वर, मिट्टी की ओर तथा काव्य कृतियों रश्मिरथी, उर्वशी, परशुराम की प्रतीक्षा और कोयला और कविता का उल्लेख करते हुए कहा कि जब भी मानवता भयभीत होती है, उनकी कविताएं संबल प्रदान करती हैं।
कार्यक्रम में छात्राओं और शिक्षकों ने भी अपने विचार और आलेख प्रस्तुत किए। इस अवसर पर प्रो. इकबाल अहमद, ज्योति गुप्ता, सरोजा कुमारी, अजय कुमार, प्रीति राय, शालू गिरि, अवनीश मौर्य, इंदुमती देवी, रामरती और मंगल जैसवार उपस्थित रहे। संचालन सुनीता कन्नौजिया ने किया और धन्यवाद ज्ञापन उपनिदेशक अंशुमान सिंह ने अर्पित किया।