मोथा चक्रवात की दोहरी मार : खड़ी फसल डूबी, गेहूं की बुआई पर संकट
चौबेपुर (जनवार्ता ) : चक्रवाती तूफान ‘मोथा’ ने स्थानीय क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। तेज हवाओं और लगातार बारिश से हजारों एकड़ में फैली धान की खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। कटाई हो चुकी फसल भी पानी में बहकर खराब हो गई। इस आपदा ने किसानों को दोहरा झटका दिया है—वर्तमान फसल का नुकसान तो हुआ ही, आने वाली गेहूं की बुआई भी प्रभावित हो गई है।

क्षेत्र के किसान राजेंद्र दुबे ने जनवार्ता प्रतिनिधि दुर्गेश कुमार यादव से बातचीत में दुख जताते हुए कहा, “हमने छह महीने की दिन-रात की मेहनत से धान तैयार किया था, लेकिन चंद दिनों में चक्रवात ने सब कुछ तबाह कर दिया।” कई किसान जलभराव वाले खेतों में उतरकर कटी फसल बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं।
खेतों में पानी भरने से धान की फसल डूब गई, जबकि कटाई पूरी कर चुके किसानों की फसल भी खराब हो गई। किसानों का कहना है कि बारिश थमने के बाद भी कीचड़ और जलभराव के कारण गेहूं की बुआई में देरी होगी, जिससे उत्पादन और आय पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
मोथा चक्रवात ने किसानों की मौजूदा फसल गंवाने के साथ-साथ अगली फसल के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। अब किसान सरकार से त्वरित राहत और सहायता की मांग कर रहे हैं।

