पहलगाम हमले के शहीदों व ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को समर्पित होगी दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती
वाराणसी (जनवार्ता) । काशी के पवित्र दशाश्वमेध घाट पर 5 नवंबर को आयोजित होने वाली देव दीपावली महोत्सव की भव्य गंगा आरती इस बार पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए नागरिकों तथा भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के वीर जवानों को समर्पित होगी। गंगोत्री सेवा समिति के तत्वावधान में होने वाले इस आयोजन में श्रद्धा के साथ देशभक्ति का अनुपम संगम देखने को मिलेगा।

समिति के संस्थापक अध्यक्ष पं. किशोरी रमण दुबे ‘बाबू महाराज’ व सचिव पं. दिनेश शंकर दुबे ने सोमवार को पत्रकारवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देकर राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। इसी शौर्य गाथा को नमन करने के लिए देव दीपावली को वीर सैनिकों को समर्पित किया गया है।
परंपरा के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा का 151 लीटर दूध से अभिषेक होगा तथा गंगा निर्मलीकरण का संकल्प लिया जाएगा। घाट पर सिंहासनारूढ़ मां गंगा की 108 किलो वजनी अष्टधातु प्रतिमा का विशेष श्रृंगार होगा। समूचे घाट को 500 किलो देशी-विदेशी पुष्पों से सजाया जाएगा। आरती में नारी शक्ति के प्रतीक के रूप में बेटियों का नेतृत्व रहेगा तथा 21 बटुकों व 21 डमरू दलों की टोली शोभा बढ़ाएगी।
आयोजन की अध्यक्षता काशी सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती करेंगे। गंगा आरती के बाद युवा गायक-गीतकार कन्हैया दुबे ‘केडी’ के संयोजन में सांस्कृतिक संध्या होगी। संचालन नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला करेंगे। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, आमंत्रित अतिथि एवं प्रतिष्ठित बैंकों के अधिकारी परिवार सहित शामिल होंगे।
इसी क्रम में केदार घाट पर पं. संदीप कुमार दुबे के संयोजन में मां गंगा की विराट आरती होगी। पत्रकारवार्ता में गंगेश्वरधर दुबे, शांतिलाल जैन, पवन शुक्ला, संकठा प्रसाद, रामबोध सिंह, संजय यादव आदि उपस्थित रहे।

