गुजरात एटीएस ने पाकिस्तान से जुड़े जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ किया, दो गिरफ्तार

गुजरात एटीएस ने पाकिस्तान से जुड़े जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ किया, दो गिरफ्तार

अहमदाबाद (जनवार्ता): गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले एक नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस मामले में गोवा निवासी पूर्व आर्मी सूबेदार ए.के. सिंह और दमन की रहने वाली रश्मणी पाल उर्फ रश्मिन रविंद्र पाल को गिरफ्तार किया गया है। दोनों लंबे समय से पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे और भारतीय सेना, नौसेना तथा बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लीक कर रहे थे।

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जांच में पता चला है कि ए.के. सिंह ने रिटायरमेंट के बाद भी अपनी पुरानी पहुंच का फायदा उठाते हुए संवेदनशील दस्तावेज, फोटो और वीडियो पाकिस्तानी नंबरों पर भेजे। रश्मणी पाल उनका स्थानीय संपर्क थी और दमन क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रही थी। दोनों आरोपी जून 2023 से इस गतिविधि में लिप्त थे। व्हाट्सऐप और अन्य मैसेजिंग ऐप्स के जरिए क्लासिफाइड जानकारी शेयर करने के साथ-साथ पैसे का लेन-देन भी हो रहा था।

एटीएस को खुफिया सूचना मिली थी कि आरोपी एक फर्जी फेसबुक प्रोफाइल “आदिति भारद्वाज” के जरिए हनीट्रैप में फंसे थे, जिसके पीछे पाकिस्तानी एजेंट काम कर रहे थे। गोवा और दमन में छापेमारी कर दोनों को हिरासत में लिया गया। उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइस से बड़ी मात्रा में डिजिटल सबूत बरामद हुए हैं।

गुजरात एटीएस इस नेटवर्क के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश कर रही है और राजस्थान, महाराष्ट्र तथा गुजरात के सीमावर्ती इलाकों पर विशेष निगरानी रखी गई है। यह गिरफ्तारी हाल के महीनों में पकड़े गए कई जासूसी मामलों की कड़ी का हिस्सा है। मई 2025 में कच्छ के स्वास्थ्यकर्मी साहदेवसिंह गोहिल समेत अब तक 15 से ज्यादा लोग इसी तरह के आरोपों में पकड़े जा चुके हैं।

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एटीएस के एसपी सिद्धार्थ कोरुकोंडा ने बताया कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और पूरे नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। केंद्र सरकार इस मामले को एनआईए को सौंपने पर भी विचार कर रही है।

भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच ऐसी जासूसी गतिविधियां चिंता का विषय बनी हुई हैं। सुरक्षा एजेंसियां आम नागरिकों से भी अपील कर रही हैं कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि या अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती के प्रस्ताव मिलने पर तुरंत नजदीकी थाने या एटीएस को सूचित करें।

Shiv murti

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