मिर्जामुराद : एक महीने बाद पुलिस ने दर्ज किया किशोरी के अपहरण का मुकदमा
वाराणसी (जनवार्ता)। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के करधना चौकी अंतर्गत एक गांव में किशोरी के अपहरण का मामला पुलिस ने घटना के एक महीने बाद दर्ज किया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट से गुहार लगाई थी, जिसके बाद कार्रवाई संभव हो सकी।
परिजनों का आरोप है कि 28 जुलाई को सभी सदस्य खेत में धान की रोपाई कर रहे थे, तभी कुछ लोग उनके घर पहुंचे और उनकी बेटी को जबरन कार में बैठाकर ले गए। परिजनों ने काफी तलाश के बाद किशोरी को एक रिश्तेदारी में पाया। जब उन्होंने बेटी को वापस लाने की कोशिश की तो रिश्तेदारों ने यह कहकर रोक दिया कि लड़की बालिग हो चुकी है और उसकी शादी कर दी गई है।
परिवार ने बताया कि बेटी को लाने गए ग्रामीणों और मानिंद लोगों के साथ मारपीट कर भगा दिया गया। पीड़ित ने पहले भदोही के रजपुरा चौकी और फिर मिर्जामुराद थाने में लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि थाना प्रभारी ने बालिग होने का प्रमाण पत्र मांगा और काफी दौड़भाग के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
आखिरकार पुलिस आयुक्त के हस्तक्षेप के बाद मिर्जामुराद पुलिस ने भदोही जिले के हरियाव गांव निवासी कृष्ण, किशन, पिंटू, मखान्छु, आसाराम, चौरसिया और सियाराम समेत 10 लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(2), 87, 115(2), 137(2) और 351(2) में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
परिजनों का कहना है कि उन्हें अब भी न्याय की उम्मीद है और पुलिस से मांग की है कि उनकी बेटी को सुरक्षित वापस लाया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।