रघुपति राघव राजा राम लिरिक्स: भक्ति और शांति का मधुर भजन
Raghupati Raghav Raja Ram Lyrics एक अत्यंत लोकप्रिय और सरल भजन है जिसे सुनकर मन अपने आप भगवान राम के चरणों में समर्पित हो जाता है। यह भजन भक्ति, प्रेम और शांति का संदेश देता है। महात्मा गांधी जी ने भी इसे सत्य और अहिंसा के मार्ग का प्रतीक मानकर आश्रमों में गाया था। यहां पूरा रघुपति राघव राजा राम लिरिक्स दिया गया है-

Raghupati Raghav Raja Ram Lyrics
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
सुंदर विग्रह मेघश्याम,
गंगा तुलसी शालग्राम ।
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
भद्रगिरीश्वर सीताराम,
भगत-जनप्रिय सीताराम।
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
जानकीरमणा सीताराम,
जयजय राघव सीताराम।
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
रघुपति राघव राजा राम भजन से मिलने वाले लाभ
- मानसिक शांतिल: इस भजन को गाने या सुनने से मन की अशांति दूर होती है। व्यक्ति चिंता और तनाव से मुक्त होकर आत्मिक शांति का अनुभव करता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: जहां भी रघुपति राघव राजा राम लिरिक्स गाया जाता है वहां का वातावरण तुरंत पवित्र और सकारात्मक हो जाता है। घर, मंदिर या आश्रम में इसका गान वातावरण को ऊर्जावान बना देता है।
- भक्ति और प्रेम की वृद्धि: भजन के शब्द सीधे हृदय को छूते हैं और भगवान राम के प्रति भक्ति और प्रेम को गहराई देते हैं। यह हृदय को कोमल और भक्तिमय बनाता है।
- एकता का संदेश: इस भजन की खासियत यह है कि यह सभी धर्मों और सम्प्रदायों को जोड़ता है। “ईश्वर अल्लाह तेरो नाम” पंक्ति हमें एकता, प्रेम और सद्भाव का पाठ पढ़ाती है।
- आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव: भजन का नियमित गान आत्मा को बल प्रदान करता है। यह व्यक्ति को आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने और जीवन में दिव्यता अनुभव करने की प्रेरणा देता है।
Raghupati Raghav Raja Ram Lyrics केवल एक भजन नहीं, बल्कि शांति, प्रेम और एकता का संदेश है। इसे भक्ति भाव से गाने से मन पवित्र होता है और जीवन में संतुलन आता है। नियमित रूप से इस भजन का पाठ या गान करने से व्यक्ति आध्यात्मिक और मानसिक रूप से सशक्त बनता है।

