18 दिन बाद दर्ज हुआ नर्सिंग छात्र के अपहरण का सनसनीखेज मामला
जम्मू से आई 30 हजार की फिरौती मांग
वाराणसी (जनवार्ता) । बीएससी नर्सिंग छात्र विमल कुमार सिंह के अपहरण के मामले में 18 दिन बाद कैंट जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज हुई। मंगलवार को विमल के वकील पिता वीर बहादुर सिंह और उनके समर्थकों ने जीआरपी थाने पर प्रदर्शन कर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
वीर बहादुर सिंह ने बताया कि 23 जुलाई को विमल वाराणसी कैंट से लखनऊ जाने वाली ट्रेन (20401) में सवार हुआ था। दोपहर में उसका फोन स्विच ऑफ हो गया और तब से बंद है। 24 जुलाई को जीआरपी में गुमशुदगी दर्ज की गई (जीडी संख्या 25/24-07-2025)। जांच में विमल की आखिरी लोकेशन सुल्तानपुर बस अड्डा मिली, जहां से वह बस से अयोध्या गया था।
30 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कटरा से एक कैब ड्राइवर ने फोन कर कहा, “आपका बेटा मेरे पास है, 30 हजार रुपये भेज दो तो उसे छोड़ दूंगा।” उसने क्यूआर कोड भेजा, लेकिन न लोकेशन दी न ही विमल की कोई तस्वीर। इसकी सूचना जीआरपी को दी गई, लेकिन तब कार्रवाई नहीं हुई।
लगातार दबाव के बाद मंगलवार को जीआरपी ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 140(2) में मुकदमा दर्ज किया। थाना प्रभारी रजोल नगर ने बताया कि एक पुलिस टीम जम्मू भेजी जा रही है ताकि फिरौती कॉल की जांच की जा सके। परिजनों का कहना है कि पुलिस की सुस्ती के कारण मामले में देरी हुई। स्थानीय लोगों और वकीलों ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई और विमल की सुरक्षित वापसी की मांग की है।