वीरेंद्र सिंह ने लोकसभा में उठाया नकली दवाओं का मुद्दा
बड़े माफिया-नेताओं पर सवाल

नई दिल्ली (जनवार्ता)। लोकसभा में सोमवार को चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने नियम 377 के अंतर्गत विशेष उल्लेख कर देशभर में फैले नकली दवाओं के अवैध कारोबार पर गंभीर सवाल उठाए। सांसद ने कहा कि यह संगठित अपराध अब लाखों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है और इसके पीछे बड़े माफिया गिरोह के साथ-साथ “सफेदपोश” लोगों का संरक्षण होने की आशंका है।
सांसद ने वाराणसी में हाल ही में बरामद हुए 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के नकली कफ सिरप का मामला उठाते हुए कहा कि इतने बड़े रैकेट के बावजूद अब तक कोई बड़ा सरगना या मास्टरमाइंड गिरफ्तार नहीं हुआ है। उन्होंने इसे “गंभीर चिंता और संदेह का विषय” बताया और आशंका जताई कि प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए जांच को दबाया या भटकाया जा रहा है।
श्री सिंह ने सरकार से दो स्पष्ट सवाल किया पहला वाराणसी के इस 100 करोड़ रुपये के नकली कफ सिरप रैकेट में अब तक कितनी गिरफ्तारियां हुईं, चार्जशीट दाखिल हुई और कितने लोगों को “किंगपिन” या माफिया सरगना के रूप में चिह्नित किया गया?
और दूसरा क्या सरकार इस मामले में प्रभावशाली सफेदपोश, राजनेताओं, अधिकारियों या अन्य किसी की संलिप्तता की जांच सीबीआई या किसी स्वतंत्र केंद्रीय एजेंसी से कराएगी, ताकि लोगों का संदेह दूर हो?
सांसद ने चेतावनी दी कि यदि इस काले कारोबार पर सख्ती से लगाम नहीं लगाई गई तो आम जनता का स्वास्थ्य गंभीर खतरे में रहेगा।

