लश्कर ए तैयबा के अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर क्या कुछ बोला भारत?

लश्कर ए तैयबा के अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर क्या कुछ बोला भारत?
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नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकी की लिस्ट में डालने पर भारत न इस कदम का स्वागत किया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरंदिम बागची ने कहा,”संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अलकायदा प्रतिबंध समिति ने सोमवार (16 जनवरी) को 68 वर्षीय मक्की को घोषित आतंकवादियों की सूची में शामिल करने का हम स्वागत करते हैं” बागची ने यह जवाब मीडिया के लश्कर-ए-तैयबा और मक्की को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मंगलवार (17 जनवरी) को दिया है।

दवाब डालते रहेंगे
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरंदिम बागची ने कहा कि हिंदुस्तान की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रही है। हम आतंकवादियों के खिलाफ करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदायों और संगठनों पर दवाब डालते रहेंगे।

चीन ने किया था विरोध
पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन ने 16 जून,2022 को जेयूडी/एलईटी के राजनीतिक मामलों के प्रमुख और लश्कर प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद के रिश्तेदार मक्की को वैश्विक आतंकवादी की सूची में शामिल करने के भारत और अमेरिका के एक संयुक्त प्रस्ताव पर रोक लगाए जाने के सात महीने बाद ऐसा हुआ है। किसी व्यक्ति या संगठन को 1267 प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया जाता है।

15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने अलकायदा प्रतिबंध समिति बनाई है जिसमें बतौर स्थायी सदस्य वीटो का अधिकार रखने वाला चीन एकमात्र देश था जिसने मक्की को लिस्ट में डालने पर वीटो किया था। पिछले साल जून में भारत और अमेरिका के संयुक्त प्रस्ताव पर चीन द्वारा रोक लगाए जाने के बाद 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को सूचीबद्ध करने पर सर्वसम्मति नहीं बन पाई थी।

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कैसे हुआ आतंकवादी घोषित?
समिति के दिशानिर्देश के मुताबिक,कोई सदस्य निर्णय पर रोक लगाकर किसी प्रस्ताव पर विचार करने के लिए अधिक समय का अनुरोध कर सकता है। किसी मामले पर रोक की वैधता की अवधि में उस मामले पर निर्णय ‘‘लंबित’’माना जाएगा।

समिति के जिस सदस्य ने रोक लगाई है उसे लंबित मामले के समाधान की दिशा में प्रगति पर तीन महीने बाद अपडेट की जानकारी देनी होती है। अगर किसी प्रस्ताव पर रोक हटा ली जाती है तो संयुक्त राष्ट्र सचिवालय तुरंत इसकी सूचना आईएसआईएल (दाएश) और अलकायदा प्रतिबंध समिति को देगा और समिति के फैसले के बारे में संबंधित सदस्य देशों को सूचित करेगा। अब चीन के रोक हटाए जाने के बाद मक्की को आखिर यूएनएससी प्रतिबंध समिति ने एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया।


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