क्‍यों हो रहा IDFC और IDFC फर्स्‍ट बैंक का मर्जर,न‍िवेशकों से मंजूरी के बाद क्‍या होगा?

क्‍यों हो रहा IDFC और IDFC फर्स्‍ट बैंक का मर्जर,न‍िवेशकों से मंजूरी के बाद क्‍या होगा?
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नई दिल्ली। बैंक की तरफ से शेयर मार्केट को दी गई जानकारी में बताया गया क‍ि रिमोट और ई-वोटिंग के जर‍िये इक्‍व‍िटी आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयरहोल्‍डर्स ने आईडीएफसी लिमिटेड के साथ मर्जर को एक मीट‍िंग में मंजूरी दे दी। यह मीट‍िंग एनसीएलटी (NCLT) की चेन्‍नई पीठ की तरफ से बुलाई गई थी। बैंक की तरफ से शेयर मार्केट को दी गई जानकारी में बताया गया क‍ि रिमोट और ई-वोटिंग के जर‍िये इक्‍व‍िटी शेयरहोल्‍डर ने मर्जर के प्रस्‍ताव को पार‍ित कर द‍िया।’ आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के साथ मर्जर की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया क‍ि जल्द एनसीएलटी की तरफ से इसकी मंजूरी का ऐलान कर द‍िया जाएगा।

र‍िजर्व बैंक ने मर्जर के लिए एनओसी दी
27 दिसंबर 2023 को आईडीएफसी लिमिटेड ने कहा था कि र‍िजर्व बैंक (RBI) ने आईडीएफसी लिमिटेड, IDFC FHCL और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के मर्जर के लिए एनओसी दे दी है। इससे पहले जुलाई 2023 में IDFC FHCL,आईडीएफसी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक बोर्ड ऑफ डायरेक्‍टर्स ने विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। आईडीएफसी बैंक को आरबीआई (RBI) ने साल 2014 में बंधन बैंक के साथ लाइसेंस दिया था। इसके बाद 2018 में आईडीएफसी बैंक लिमिटेड और कैपिटल फर्स्ट लिमिटेड ने मिलकर IDFC फर्स्ट बैंक बनने का ऐलान क‍िया।

IDFC फर्स्ट बैंक में 39.93 प्रतिशत की हिस्सेदारी
आईडीएफसी की एक अलग एनबीएफसी है, ज‍िसकी IDFC फर्स्ट बैंक में 39।93 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। बैंक की तरफ से शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया गया था क‍ि इस मर्जर से आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी, आईडीएफसी लिमिटेड और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का कॉर्पोरेट ढांचा आसान हो जाएगा। तीनों को मिलाकर एक कंपनी बनाई जाएगी, ज‍िससे इन संस्‍थाओं के ल‍िए जरूरी न‍ियमों का नियमों का पालन आसान हो जाएगा।

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बैंक ने मार्च 2024 को खत्‍म तिमाही के लिए नेट प्रॉफ‍िट में 10 प्रतिशत की कमी दर्ज की। यह 724 करोड़ रुपये थी। बैंक ने पिछले साल की अवधि में 803 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफ‍िट कमाया था।आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की तरफ से एक एक्‍सचेंज फाइल‍िंग में बताया गया क‍ि कुल आमदनी एक साल पहले 7,822 करोड़ रुपये से बढ़कर 9,861 करोड़ रुपये हो गई।समीक्षाधीन अवधि के दौरान ब्याज से आमदनी बढ़कर 8,219 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले यह इसी तिमाही में 6,424 करोड़ रुपये थी।


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