अस्पताल की लापरवाही,CMO के निरीक्षण में डॉक्टर-स्टाफ ड्यूटी से नदारद

अस्पताल की लापरवाही,CMO के निरीक्षण में डॉक्टर-स्टाफ ड्यूटी से नदारद
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वाराणसी। वाराणसी में आज पंडित दीन दयाल जिला अस्पताल में कई डॉक्टर और मेडिकल ऑफिसर अपनी ड्यूटी से नदारद रहे। वाराणसी के CMO यानी कि चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इसका संज्ञान लिया है। उन्होंने दो दर्जन से अधिक गैर-हाजिर स्टाफ और डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटते हुए उनका स्पष्टीकरण मांगा है। नाराजगी जताते हुए कि शहर के व्यस्त इलाके के इस अस्पताल में इस तरह की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।

आज वाराणसी के CMO डॉ. संदीप चौधरी ने पांडेयपुर स्थित पंडित दीन दयाल जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि कई मेडिकल ऑफिसर और कर्मचारी अपने चेंबर और नियत स्थानों पर हैं ही नहीं। कई अधिकारियों के चेंबर खाली पड़े मिले। मरीजों के इलाज का काम बंद पड़ा है। कई कर्मचारी और डॉक्टर अपने समय से काफी विलंब करके अस्पताल पहुंच रहे हैं। अव्यवस्था से मरीज अस्पताल आने में कतरा रहे हैं। वहीं टेस्टिंग लैब और सरकारी मेडिकल स्टोर भी बिल्कुल खाली है। साथ ही अस्पताल में कई और तरीके की लापरवाहियां सामने आईं।

लापरवाह अस्थाई स्टाफ को हटा देंगे
दैनिक भास्कर से बातचीत में डॉ. चौधरी बोले कि वह वेतन काटने के साथ ही उन्होंने कहा कि लापरवाह अस्थाई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। CMO ने कहा कि जितने लोग भी अस्पताल में मौजूद नहीं हैं, उनसे लिखित में स्पष्टीकरण मांगा जाए। जो भी अस्थाई कर्मचारी हैं यदि उनका स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं हुआ तो उन्हें हटाकर दूसरे कर्मचारियों की नियुक्ति होगी।

काम वहीं करेगा तो नियमित होगा। उन्होंने बताया कि पंडित दीन दयाल अस्पताल के करीब 12 मेडिकल ऑफिसर और दो दर्जन से अधिक कर्मचारी ड्यूटी से नदारद रहे। उन्होंने कहा कि गैर-हाजिर कर्मचारियों की काफी लंबी लिस्ट है। उनकी कुंडली तैयार की जा रही है। जवाब लेने के बाद कार्यवाही की जाएगी।

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निर्देश के बावजूद नहीं बना लेट रजिस्टर
CMO डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार का दिशा-निर्देश है कि कर्मचारी और डॉक्टर समय पर आएं। वहीं जो भी समय से नहीं आ रहा हो उनका लेट रजिस्टर बनाया जाए। मगर, आज तक लेट रजिस्टर नहीं बन सका। उन्होंने बताया कि मौके पर जो भी चीजें देखी गईं कि वह तो शासन के मंशा के विरूद्ध है। गांव के दूर-दराज PHC और CHC में जहां कोई मरीज नहीं आते, वहां पर डॉक्टर और कर्मचारी अब रेगुलर हो चुके हैं। जबकि, वाराणसी के सर्किट हाउस के पास बेहद महत्वपूर्ण इलाके में इतने बड़े अस्पताल में स्टाफ का न आना बेहद गंभीरजनक है। शासन का निर्देश है कि आपको समय पर पहुंचना ही है।

मंत्री ने भी अस्पताल का दौरा कर फटकारा था
वाराणसी में दो महीने पहले यूपी के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी वाराणसी के अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर डॉक्टरों और कर्मचारियों को खूब फटकारा था। बीते कई दिनों से CMO ने भी वाराणसी के कई गैर-हाजिर डॉक्टरों और स्टाफ का एक दिन का वेतन काटाकर उनका स्पष्टीकरयण मांगा था, मगर, उसके बावजूद भी दूसरे अस्पतालाें में लापरवाही चरम पर है।


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