शेयर मार्केट ने दिया तगड़ा शॉक,5 दिन में डूब गए 16 लाख करोड़ रुपये
नई दिल्ली। शेयर मार्केट में शुक्रवार को भी बड़ी गिरावट रही। हफ्ते के कारोबार के आखिरी दिन सेंसेक्स 800 अंक से ज्यादा टूट गया। वहीं निफ्टी में भी 200 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई। 5 दिनों के कारोबार में सेंसेक्स में 4100 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई। इस गिरावट से निवेशकों के करीब 16 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
एक दिन पहले यानी गुरुवार को सेंसेक्स में 1700 से ज्यादा अंकों की गिरावट आई थी। इससे निवेशकों के करीब 10 लाख रुपये डूब गए थे। जून 2022 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब शेयर मार्केट में पूरे हफ्ते गिरावट रही। ईरान-इजराइल युद्ध के कारण मार्केट में बुरा असर पड़ा। वहीं चीन के प्रोत्साहन पैकेज भी मार्केट में गिरावट का कारण बना। इससे विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से पैसा निकालकर चीन का रुख कर लिया।
आज कैसी रही स्थिति?
शुक्रवार को कारोबारी हफ्ते का आखिरी दिन था। इस दिन भी मार्केट में बड़ी गिरावट आई। सेंसेक्स करीब 809 अंक गिरकर 81688 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 235 अंकों की गिरावट आई। इस गिरावट के साथ यह 25014 अंक पर बंद हुआ। सबसे ज्यादा गिरावट महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरा में देखने को मिली। यह शेयर 3.58 फीसदी तक गिर गया। इसके अलावा बजाज फाइनेंस के शेयर में भी 3 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई।
5 दिनों में तगड़ी गिरावट
शेयर मार्केट में 27 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर तक 5 कारोबारी दिनों में तगड़ी गिरावट आई। इन 5 दिनों में सेंसेक्स 4148 अंक गिर गया। बीएसई पर लिस्टेड शेयरों का मार्केट कैप 15.9 लाख करोड़ रुपये घटकर 461.26 लाख करोड़ रुपये हो गया। यानी निवेशकों को करीब 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। सेंसेक्स और निफ्टी का जून 2022 के बाद यह सबसे खराब प्रदर्शन है। इस हफ्ते सेंसेक्स में 4.3 फीसदी और निफ्टी 4.5 फीसदी गिर गया।
इन कारणों से मार्केट में आई गिरावट
चीन ने प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है। इससे विदेशी निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार से पैसा निकालकर चीन का रुख कर लिया।
मिडिल ईस्ट में तनाव का असर भी मार्केट पर पड़ रहा है। ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते युद्ध के हालातों को देखते हुए भी उभरते बाजारों में विदेशी निवेशक ज्यादा सतर्क हो गए हैं।
आखिर कर क्या रहा है चीन?
अस्थायी बाजार आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार तक पिछले चार कारोबारी सत्रों में एफआईआई ने शेयर मार्केट से करीब 32 हजार करोड़ रुपये निकाले हैं। गुरुवार को एफआईआई द्वारा 15,243 करोड़ रुपये की बिक्री विदेशियों द्वारा की गई अब तक की सबसे ज्यादा एक दिन की बिक्री रही। दरअसल, चीने विकास को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। इसके बाद मनी मैनेजर्स चीन में निवेश के लिए एशिया भर में लंबी पोजीशन कम कर रहे हैं।