आडवाणी से आवास पर मिले पीएम मोदी, कुछ ऐसे दी जन्मदिन की बधाई
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के विकास के सूत्रधार माने जाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का आज जन्मदिन है,वो अब 95 साल के हो गए हैं। बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने उन्हें जन्मदिन के मौके पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर गुलदस्ता लेकर पहुंचे और दिग्गज नेता को उनके जन्मदिन पर व्यक्तिगत रूप से बधाई दी।
प्रधानमंत्री के पहुंचते ही आडवाणी के परिजनों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी से मुलाकात की। आडवाणी को पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए देखा गया। दोनों नेता आपस में बातचीत करते नजर आए। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। आपको बता दें कि पीएम मोदी हर साल आडवाणी के जन्मदिन के मौके पर उनके आवास पर जाते हैं और उन्हें व्यक्तिगत रूप से बधाई देते हैं।
लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर मौजूद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पहले वरिष्ठ नेता को शुभकामनाएं दीं। राजनाथ सिंह ने कहा,”मैं ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करता हूं।” राजनाथ सिंह ने कहा कि आडवाणी ने देश, समाज और पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उन्हें देश की दिग्गज हस्तियों में शुमार किया जाता है।
वहीं आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘उन्होंने (आडवाणी) अपने अथक प्रयासों से देश भर में पार्टी संगठन को मजबूत किया और सरकार का हिस्सा रहते हुए देश के विकास में भी अमूल्य योगदान दिया।’शाह ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की।
लाल कृष्ण आडवाणी के बारे में खास बातें
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 1927 में अविभाजित पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। आडवाणी कम उम्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए थे। बाद में उन्होंने जनसंघ के लिए काम किया, जहां आडवाणी ने अपनी संगठनात्मक क्षमताओं के साथ अपनी बहुत ही अलग पहचान बनाई। लाल कृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में एक हैं। लाल कृष्ण आडवाणी को भारतीय जनता पार्टी की कमान मिली थी। वो बीजेपी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहे। लाल कृष्ण आडवाणी कई दशकों तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ पार्टी का मुख्य चेहरा बने रहे थे।
वाजपेयी जी की सरकार में लाल कृष्ण आडवाणी को देश के गृह मंत्री की जिम्मेदारी मिली थी। बाद में उन्हें उपप्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। राम जन्मभूमि के आंदोलन से भी लाल कृष्ण आडवाणी का नाम जुड़ा है। एक प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में भाजपा को स्थापित करने के लिए उन्होंने 1990 के दशक में राम जन्मभूमि आंदोलन को लेकर रथ यात्रा की। इस घटना को राष्ट्रीय राजनीति में एक युगांतकारी मोड़ के रूप में देखा जाता है, जिसके बाद से भाजपा लगातार मजबूत होती चली गई।