रेस्क्यू साइट पर पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी,सिलक्यारा टनल से शुभ समाचार जल्द
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में फंसे 41 मजदूरों को अब किसी भी समय बाहर निकाला जा सकता है। पिछले 17 दिनों से टनल के अंदर मजदूर फंसे हुए हैं। टनल से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हाइटेक अभियान के साथ साथ पारंपरिक बचाव के उपायों को भी अमल में लाया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में तमाम तरह की मुश्किलें भी सामने पेश आ रही हैं। जैसे मौसम का संकट है,इसके साथ ही ऑगर मशीन जो उम्मीद की किरण थी उसमें भी तकनीकी खामी आ गई थी। मौजूदा समय में रैट माइनर्स के जरिए मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश हो रही है। राहत और बचाव कार्य में थोड़ी भी चूक ना हो उसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं।
रेस्क्यू साइट पर उत्तराखंड के सीएम
रेस्क्यू साइट पर सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंच चुके हैं। अब किसी भी समय टनल के अंदर से फंसे मजदूरों को निकाला जा सकता है। इससे पहले ट्वीट के जरिए उन्होंने बौख नाग जी की असीम कृपा का जिक्र किया।
टनल के अंदर पहुंचाए गए गद्दे
सिलक्यारा सुरंग के अंदर कुछ एंबुलेंस को भेजा गया है और कुछ एंबुलेंस की तैनाती सुरंग के मुहाने पर की गई है। इसके साथ ही कुछ गद्दे,स्ट्रेचर भी सुरंग के अंदर भेजे गए हैं। टनल के बाहर रेस्क्यू से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों में हलचल बढ़ गई है। एनएचआईडीसीएल का कहना है कि अभी एक पाइप को वेल्ड किया जा रहा है जिसे पुश किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू का काम अब अंतिम चरण में है।
एक एक कर मजदूरों को निकालेंगे बाहर
उत्तराखंड सरकार के सचिव नीरज खैरवाल ने टनल में फंसे हुए मजदूरों के बारे में बताया कि 55.3 मीटर तक की ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है। अब सिर्फ कुछ ही मीटर की दूरी बची है। देर शाम तक अच्छी खबर मिलेगी। मलबा हटाने के बाज एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जाएगी और एक एक मजदूर को बाहर निकाला जाएगा। अगर डॉक्टर की जरूरत पड़ेगी तो वो लोग अंदर जाएंगे।
सिर्फ दो से तीन मीटर हटाना है मलबा
माइक्रो टनल एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पूरा ध्यान मैनुअल ड्रिलिंग पर है। जब उनसे पूछा गया कि कितनी दूरी अभी और बची है तो उनका जवाब था कि सिर्फ 2 से तीन मीटर की दूरी बची है। उम्मीद है कि शाम पांच बजे तक हम अपने ऑपरेशन को पूरा कर लेंगे। इसके साथ ही एक टनल एक्सपर्ट डिक्स ने कहा कि वो पहले भी आशवस्त थे और आज भी है। हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। निश्चित तौर पर हमें कामयाबी मिलेगी।
गीत के जरिए मजदूरों के लिए दुआ
सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कवायद जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगर सबकुछ रहा तो सुरंग से मजदूरों को आज ही निकालने में कामयाबी मिल जाएगी। स्थानीय महिलाओं ने गीत के जरिए भगवान से दुआ मांगी। इन सबके बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद सुबह मौके पर पहुंचे थे और हालात का जायजा लिया था। उसके बाद उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को ताजा जानकारी दी। माइक्रो टनल एक्सपर्ट क्रिस कूपर का कहना है कि उम्मीद है कि अब बहुत जल्द कामयाबी मिल जाएगी।
मजदूरों को बचाने की कवायद तेज
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने सुबह सिलक्यारा पहुंचकर टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया श्रमिकों को बाहर निकालने हेतु 52 मीटर तक पाइप पुश किया जा चुका है,अब हम लक्ष्य से केवल 5 मीटर दूर हैं। इस दौरान टनल में फंसे श्रमिकों का कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को श्रमिक भाइयों से निरंतर संपर्क में रहने के निर्देश दिए। सभी श्रमिक स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं। केंद्रीय एजेंसियों,सेना,अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं प्रदेश प्रशासन की टीमें अथक परिश्रम के साथ कार्य कर रही हैं जिसके परिणाम स्वरूप शीघ्र ही श्रमिक बंधु हमारे साथ होंगे। बाबा बौख नाग जी से सभी श्रमिक भाइयों के सकुशल बाहर निकालने हेतु संचालित रेस्क्यू ऑपरेशन की शीघ्र सफलता की कामना करता हूं।
फंसे मजदूरों के परिजनों से अपील
सिल्क्यारा टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन का काम जारी है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उम्मीद है कि बहुत जल्द ही कामयाबी मिल जाएगी। इन सबके बीच 41 मजदूरों के परिवार से कहा गया है कि वे लोग कपड़ों और दूसरे सामानों के साथ तैयार रहें। टनल से निकाले जाने के बाद मजदूरों को चिनयालिसौर अस्पताल ले जाए जाएगा। बता दें कि एआई तकनीक से मजदूरों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
52 मीटर ड्रिलिंग पूरी-पुष्कर सिंह धामी
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एक मीटर पाइप उनके सामने आया है। अभी दो पाइप और जायेंगे तो 54 मीटर हो जायेगा अभी कंक्रीट मिल रहा है उसे कटर के जरिए काटने का काम हो रहा है। अभी 52 मीटर तक की ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है। उम्मीद है कि जल्द ही कामयाबी मिलेगी और हम मजदूरों को निकालन पाने में कामयाब होंगे।
मौके पर पहुंचे उत्तराखंड के सीएम
सिल्क्यारा टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी मौके पर मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि अगर मौसम ने आज साथ दिया तो अच्छी खबर आ सकती है। बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरकाशी में बारिश की संभावना जताई गई है। अगर बारिश होती है को रेस्क्यू ऑपरेशन को जारी रखने में मुश्किल आ सकती है। इस समय वर्टिकल ड्रिलिंग और समतल ड्रिलिंग दोनों काम जारी है।
बीती रात नहीं आई कोई दिक्कत
माइक्रो टनलिंग के एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि बीती रात हमने सफलता के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को आगे बढ़ाया है। हम 50 मीटर की दूरी तक पहुंच चुके हैं। अब 5 से 6 मीटर आगे जाना है,बीती रात किसी तरह की परेशानी नहीं आई। अभी तक की प्रगति पूरी तरह संतोषजनक है।
मजदूरों के और करीब पहुंचे रैट माइनर्स
सिलक्यारा टनल रेस्क्यू का सत्रहवें दिन टनल में रैट माइनर्स टीम ने रात भर किया। मैनुअल ड्रिलिंग 3 मीटर पाइप आगे डाला गया लेकिन कुछ लोहे की रॉड आने से अभी अवरोध लोहे की रोड काटने का काम जारी रैट माइनर्स को लगभग 7 मीटर और मैनुअल ड्रिल करना है अगले 24 घंटे या उससे कम समय में कामयाबी मिल सकती है।
सीएम धामी करने वाले हैं बड़ी बैठक
उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू को लेकर सीएम पुष्कर धामी बड़ी बैठक करने वाले हैं। सुबह 9 बजे के करीब की ITBP सेंटर मातली में यह बैठक होगी। अस्थाई सचिवालय सीएम की मीटिंग में आला अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में सिलक्यारा टनल रेस्क्यू पर अब तक की प्रगति पर समीक्षा होगी।
बारिश और बर्फबारी की संभावना
आने वाले तीन दिन तक उत्तरकाशी में मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। इसकी वजह से वर्टिकल ड्रिलिंग के कार्य में अड़चन आ सकती है। इन सबके बीच 36 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है। हालांकि 50 मीटर की दूरी अभी भी बाकी है। मौसम विभाग ने 24 से 36 घंटे के लिए बारिश भविष्यवाणी की है। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। ऐसे में उत्तरकाशी जनपद में चल रहा टनल का रेस्क्यू ऑपरेशन थोड़ा प्रभावित हो सकता है।
पीएमओ ने ली जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा एवं सचिव,गृह मंत्रालय,भारत सरकार श्री अजय भल्ला ने सोमवार को सिलक्यारा, उत्तरकाशी में टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्राफिकल प्रजेंटेशन और मैपिंग के जरिए टनल की भौगोलिक स्थिति को समझा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा ने टनल के अंदर चल रहे रेस्क्यू कार्य की बारीकियों को समझा। उन्होंने अधिकारियों के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे श्रमिको,इंजीनियरों से भी जानकारी ली। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी श्रमिकों का हौसला भी बढ़ाया।