‘शिंदे सरकार का गिरना तय’,सियासी हलचल के बीच MVA की रैली में बोले आदित्य ठाकरे,अजित भी रहे मौजूद

‘शिंदे सरकार का गिरना तय’,सियासी हलचल के बीच MVA की रैली में बोले आदित्य ठाकरे,अजित भी रहे मौजूद
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नई दिल्ली। महाराष्ट्र दिवस के मौके पर सोमवार (1 मई) को मुंबई के बीकेसी में एमवीए की रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की शिंदे सरकार का गिरना तय है। ये बस कुछ दिनों का खेल है। इस रैली में एनसीपी नेता अजित पवार भी मौजूद रहे।

हाल ही में अजित पवार के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हुई हैं,हालांकि वे इन खबरों का खारिज करते रहे हैं। एमवीए की इस सभा में भी अजित पवार के शामिल होने के लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। ऐसे में रैली में उनकी मौजूदगी को अहम माना जा रहा है।

“जनता गद्दारों का साथ नहीं देगी”
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि बीते 10 से 15 सालों में मुंबई का महत्व कम करने की कोशिश की जा रही है। कृषि बाजार उत्पन्न समिति के नतीजे ये बताने के लिए काफी हैं कि महाराष्ट्र की जनता गद्दारों का साथ नहीं देगी। 70 फीसदी सीटों पर हमने जीत हासिल की है। उन्होंने बारसु रिफाइनरी के मुद्दे पर कहा कि विकास कार्यों को लेकर हमारा विरोध नहीं है,लेकिन स्थानीय लोगों की बात सुनी जानी चाहिए।

उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को दी चेतावनी
उद्धव ठाकरे गुट के नेता ने कहा कि मेरा कहना है कि रिफाइनरी कोंकण में ही क्यों चाहिए? कोई दूसरा विकल्प क्यों नही ढूंढा जा रहा है। उन्होंने हाल में कुछ राज्यों में हुई हिंसा को लेकर कहा कि ये हिंसा सिर्फ बिहार, बंगाल और महाराष्ट्र,इन्हीं तीनों राज्यों में ही क्यों देखने को मिली? इसलिए क्योंकि इन्हें इन तीनों राज्यों में बदलाव दिखने लगा है। वहीं पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने चेतावनी दी कि बीजेपी हमे लेकर जिस भाषा का इस्तेमाल कर रही है उसी भाषा में हम भी जवाब देंगे।

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अजित पवार का एकनाथ शिंदे पर निशाना
इस रैली में अजित पवार ने बीएमसी चुनाव को लेकर पूछा कि सरकार चुनाव करवाने में क्यों डर रही है? मुंबई महानगर पालिका का बजट देश के कई राज्यों के बजट के समान है। 10 महीने बीत जाने के बाद अभी तक मुंबई महानगर पालिका चुनाव के तारीखों का एलान नहीं हुआ है। सरकार के मन डर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ये पता नहीं है कि देश का प्रधानमंत्री कौन है और राष्ट्रपति कौन है? कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने द्रौपदी मुर्मू को प्रधानमंत्री बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस सरकार को नपुंसक कहा है? क्या ये महाराष्ट्र का अपमान नहीं है।

“हम सभी एक साथ हैं”
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने भी इस रैली को संबोधित किया। उन्होंने अजित पवार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सुबह से एक ही सवाल किया जा रहा था कि अजित पवार सभा में शामिल होंगे या नहीं? अजित पवार सभा में मौजूद हैं। इस समय आप महाराष्ट्र की राजनीति में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। दादा बोलेंगे, दादा जीतेंगे। मै इतना ही कहूंगा कि हम सभी एक साथ हैं।

पीएम मोदी पर साधा निशाना
उन्होंने पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर कहा कि कल देश में एक और इवेंट हुआ। मन की बात क्या है? माधुरी दीक्षित उन्हें सुन रही हैं,अभिनेता सुन रहे हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो बीते 9 सालों से मन की बात कर रहे हैं कभी तो काम की बात करो। मुंबई को तोड़ने की राजनीति दिल्ली से की जा रही है। इसलिए शिवसेना को तोड़ा गया क्योंकि उन्हें पता था बिना शिवसेना को तोड़े मुंबई को तोड़ नहीं सकते। आज भी शिवसेना आपको तोड़ेगी।

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राउत ने कहा कि मेरा दावा है कि 2024 में राज्य में एमवीए की सरकार बनेगी। एमवीए की रैली में कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुटे) की नजर बीएमसी के 92 हजार करोड़ रुपये पर है। इसलिए ये बीएमसी की सत्ता चाहते हैं। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि खारघर दुर्घटना से संबंधित अभी तक कोई प्राथमिकी नहीं है। हमने इसकी विशेष जांच की मांग की। ये सरकार असंवेदनशील है, यह घटना महाराष्ट्र के इतिहास में एक काला धब्बा है और ये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने हुआ।


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