नकली सोना गिरवी रखकर ठगी करने वाले दो शातिरों को ईओडब्ल्यू टीम ने दबोचा
वाराणसी (जनवार्ता) : भारतीय स्टेट बैंक, भदोही शाखा में नकली सोना गिरवी रखकर 88 लाख रुपये से अधिक की ठगी करने वाले दो शातिरों को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रविशंकर वर्मा (निवासी: डी 54/107, जददू मंडी, लक्सा, वाराणसी) और संतोष कुमार सेठ (निवासी: भोजपुर, रतनपुर, मुगलसराय, चंदौली) के रूप में हुई है।
पुलिस महानिदेशक, ईओडब्ल्यू, उत्तर प्रदेश के निर्देश पर चलाए गए अभियान के तहत यह कार्रवाई शनिवार/ रविवार की रात को की गई। ईओडब्ल्यू की सेंट्रल टीम, लखनऊ और वाराणसी सेक्टर की संयुक्त टीम ने अभियुक्तों को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार किया।
वर्ष 2015 में भदोही थाने में दर्ज मुकदमे (संख्या 03/2015, धारा 406, 419, 420, 467, 468, 471, 120बी) के अनुसार, अभियुक्तों ने आपस में साठगांठ कर नकली सोने के आभूषण और फर्जी टेस्टिंग प्रमाण पत्र (मेसर्स श्रीकृष्णा गोल्डवर्क टेस्ट लैब, वाराणसी के नाम से) तैयार किए। इनके आधार पर भारतीय स्टेट बैंक, भदोही शाखा से एचपी गोल्ड लोन स्कीम के तहत 88,32,882 रुपये का लोन हासिल किया और फरार हो गए। तत्कालीन शाखा प्रबंधक की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था, जिसकी जांच ईओडब्ल्यू, वाराणसी को सौंपी गई।
विवेचना के दौरान 26 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप सिद्ध हुए, जिनमें से 14 के खिलाफ विधिक कार्रवाई पूरी कर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है। शेष वांछित अभियुक्तों में से रविशंकर वर्मा और संतोष कुमार सेठ की गिरफ्तारी इस अभियान में हुई। दोनों को भदोही के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में निरीक्षक अजय पाल सिंह, उपनिरीक्षक अमर सिंह, उपनिरीक्षक संजय कुमार सोनकर, मुख्य आरक्षी सत्यवीर सचान, मुख्य आरक्षी हिंदू सिंह और कांस्टेबल शनि कुमार शामिल रहे ।