जमीन विवाद के चलते युवक के अपहरण की आशंका
चौबेपुर (जनवार्ता)। स्थानीय थाना क्षेत्र के चुमकुनी निवासी रामजी गोंड के 39 वर्षीय पुत्र राजकुमार गौड़ के तीन माह से लापता होने के मामले ने नया मोड़ लिया है, जब गांव में मिले एक मानव कंकाल के बाद परिजनों ने इसे राजकुमार का होना बताया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने मुनार-चौबेपुर मार्ग जाम कर दिया था।रामजी गोंड के अनुसार उनका पुत्र 14 अगस्त को दोपहर में घर से निकला और फिर लौटकर नहीं आया। 15 अगस्त को चौबेपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका।मामले में गंभीरता तब आई जब रामजी गोंड ने हीरामणि देवी और उनके पुत्रों जितेंद्र, अरुण, राहुल व रवींद्र पर जमीन विवाद के चलते धमकी देने और अपहरण का आरोप लगाया। दोनों पक्षों के बीच गाजीपुर जिले के भरवांखुर्द गांव की जमीन को लेकर अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीया की अदालत में धारा 35, उत्तर प्रदेश राज्य संहिता के तहत मुकदमा चल रहा है आप को बताते चले कि बीते मंगलवार को चुनकुनी गांव में मानव कंकाल मिलने की सूचना पर परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। लोगों ने मुनार-चौबेपुर मार्ग को घंटों जाम करके त्वरित कार्रवाई की मांग की। थाना प्रभारी और एसीपी विदुष सक्सेना के हस्तक्षेप के बाद ही जाम हटाया जा सका।
पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक टीम बुलाकर कंकाल की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक कंकाल की पहचान और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस ने परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए कहा कि जमीन विवाद सहित सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।


