मंडी लोकसभा सीट पर ‘क्वीन’ Vs ‘प्रिंस’,चुनावी दंगल में कंगना से भिड़ेंगे विक्रमादित्य सिंह
नई दिल्ली। आखिरकार हिमाचल प्रदेश की चर्चित मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी पर मुहर लगती हुई दिख रही है। काफी दिनों तक चले खींचतान के बाद विक्रमादित्य सिंह का नाम कन्फर्म हो गया है। खुद उनकी मां ने ऐलान किया है कि मंडी से वे ही उम्मीदवार होंगे। हालांकि पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर उनके नाम का ऐलान होना बाकी है।
असल में लोकसभा चुनावों में प्रत्याशी के नाम लगातार सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से ऐलान हुआ है कि कांग्रेस की तरफ से विक्रमादित्य सिंह चुनाव लड़ेंगे। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने इसका ऐलान किया है। विक्रमादित्य पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे हैं।
कंगना लगातार विक्रमादित्य पर हमलावर..
बीजेपी ने पहले से ही इस सीट पर अभिनेत्री कंगना रनौत के नाम का ऐलान किया हुआ है। वे पहले से ही मंडी लोकसभा में चुनाव प्रचार कर रही हैं और लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रही हैं। कंगना रनौत ने हाल ही में विक्रमादित्य सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे उन्हें न तो धमकी दे सकते हैं, न वापस भेज सकते हैं, क्योंकि यह प्रदेश कांग्रेस नेता के पूर्वजों की रियासत नहीं है।
इतना ही नहीं हाल ही में कंगना ने मनाली विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ये तुम्हारे बाप-दादा की रियासत नहीं है कि तुम मुझे डरा-धमकाकर वापस भेज दोगे। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नया भारत है, जहां चाय बेचने वाला एक छोटा, गरीब लड़का लोगों का सबसे बड़ा नायक और प्रधान सेवक है।
विक्रमादित्य ने किया था पलटवार..
वहीं विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को कहा था कि कंगना ‘विवादों की रानी’ हैं और समय-समय पर दिए गए उनके बयानों पर सवाल उठते रहेंगे। विक्रमादित्य पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। गोमांस खाने पर कंगना की कथित टिप्पणियों का जिक्र करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि मैं भगवान राम से प्रार्थना करता हूं कि वह उन्हें बुद्धि दें और आशा करता हूं कि वह देवभूमि हिमाचल से शुद्ध होकर बॉलीवुड वापस जाएंगी। वह चुनाव नहीं जीत पाएंगी, क्योंकि वह (कंगना) हिमाचल के लोगों के बारे में कुछ नहीं जानती हैं।