यूपी से दिल्ली तक ‘गच्चा पॉलिटिक्स’ की धूम,योगी-शिवपाल भिड़े तो संसद में अखिलेश ने साधा निशाना
लखनऊ। मंगलवार का दिन लखनऊ से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक लिहाज से अहम साबित हुआ। विधानसभा से लेकर संसद तक मुद्दों से लेकर हास्य तक का माहौल छाया रहा। एक तरफ उत्तर प्रदेश के विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने चचा शिवपाल यादव को गच्चा दिए जाने को लेकर मौज ली। इस पर शिवपाल यादव ने गच्चे पर पलटवार कर दिया। वहीं दिल्ली में संसद की कार्यवाही में भतीजे अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच नमस्ते पॉलिटिक्स पर चुटकी ली।
संसद में अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि हाल ये हो गया कि उत्तर प्रदेश में जब से यह लोग हारे हैं तो आपस में नमस्ते नहीं कर रहे हैं। इस बाद का दर्द है। हमने वो वीडियो देखा है, जिसमें ना कोई किसी को देख रहा है और ना ही नमस्ते कर रहा है। जो अपने आप को बहुत ताकतवर कहते हैं, लेकिन जिसने हराया उसको हटा भी नहीं पा रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि 10 साल में हम वहीं के वहीं खड़े हैं। यूपी के जो परिणाम आए हैं, उसमें दिखाई दे रहा है कि आपने कितना काम किया है। जहां हारे ही नहीं हैं, सीटें ही कम नहीं हुई हैं, देश के प्रधानमंत्रीजी भी वोट से हारे हैं। जिन्होंने 10 लाख का टार्गेट बनाया था, कितने से जीते? बताइए आप लोग। उन्होंने बजट से लेकर बिजली और अग्निवीर योजना तक पर एनडीए सरकार को घेरा।
फिर संसद के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ये लव जिहाद जो कानून आ रहा है, उससे भाजपा से आप क्या उम्मीद करते हैं? ये नौकरी थोड़ी देंगे, इन्होंने महंगाई बढ़ाई, नौकरी नहीं दी और अभी भी वे उसी रास्ते पर हैं जिसकी वजह से वे हारे हैं। ये इस तरह का कानून इसलिए ला रहे हैं क्योंकि इनका साम्प्रदायिकता का दीया बुझने जा रहा है… चाचा को गच्चा किसी ने नहीं दिया, ये दिल्ली वालों को गच्चा दे रहे हैं। ये ‘सह-योगी’ हैं, जिन्होंने सहयोग दिया है.
सीएम योगी ने कहा कि चाचा शिवपाल को अपने गच्चा दे दिया। चचा बेचारा हमेशा इसी तरह मात खाता है। इनका नसीब ही ऐसा है। सीएम योगी के इस बयान पर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। सीएम योगी के बयान पर पहले तो माता प्रसाद पांडेय ने किसी प्रकार का गच्चा न दिए जाने की बात कही। शिवपाल यादव ने कहा कि जब अपने गच्चा दिया तो यूपी पीछे गया। वर्ष 2027 में सपा फिर आगे आएगी।
बाद में शिवपाल यादव का जवाब आया। शिवपाल यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि हमें कोई गच्चा नहीं मिला। माता प्रसाद पांडेय को लेकर कहा कि वे बहुत सीनियर विधायक हैं। भारतीय जनता पार्टी से अपनी नजदीकी का जिक्र करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि 3 वर्ष आपके संपर्क में रहे तो गच्चा तो आपने भी दे दिया, इस पर पूरे सदन में ठहाके लगने लगे।
प्रश्नकाल के दौरान सपा विधायक संग्राम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को गच्चा दिए जाने का मामला उठाया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा, उनका चलता रहता है। उन्हें छोड़िए। आप बैठिए। इतिहास में भी हुआ है। आप शिवपाल जी को उंगली कर क्यों उकसा रहे हैं? इस पर फिर सदन में ठहाके लगे। वह (शिवपाल यादव) अच्छा-खासा बैठे हुए थे, आपने उन्हें जबरन उठा दिया।
विधानसभा अध्यक्ष ने इसके बाद कहा कि शिवपाल जी, आप कहां बच्चों के चक्कर में पड़े हैं? आपको प्रश्नकाल के बाद सुन लेंगे। आप बैठ जाइए। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सह वित्त मंत्री सुरेश खन्ना खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि जब चाचा को आपत्ति नहीं है तो संग्राम सिंह यादव जी क्यों बोल रहे हैं। इसके बाद एक बार फिर सदन में हंसी के फव्वारे छूटे। सीएम योगी भी हंसते दिखाई दिए। बाद में शिवपाल यादव ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी।