महंगाई के मोर्चे पर ढाई साल बाद राहत,थोक महंगाई दर घटकर 1.34% पर पहुंची
नई दिल्ली। लंबे समय से महंगाई की मार झेल रहे लोगों को बड़ी राहत मिली है। रिटेल के बाद थोक महंगाई के आंकड़ों में बड़ी गिरावट आई है। यह गिरकर 29 महीने (करीब ढाई साल) के निचले स्तर पर पहुंच गई है। सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च में थोक महंगाई दर गिरकर 1.34% पर पहुंच गई है। इससे पहले फरवरी में थोक महंगाई दर 3.85% पर रही थी। रिटेल महंगाई दर में भी गिरावट दर्ज की गई, मार्च में यह 5.66% रही। छह प्रतिशत के स्तर से नीचे जाने पर रिटेल महंगाई में लोगों को राहत मिली है। यह 15 महीने का सबसे निचला स्तर है।
WPI 3.28% से घटकर 2.40% पर आई
होलसेल महंगाई दर मंथली बेस पर 3.85% से घटकर 1.34% पर पहुंच गई है। यह आंकड़ा कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री की तरफ से जारी किया गया है। खाद्य महंगाई WPI 2.76% से गिरकर 2.32% रही। प्राइमरी आर्टिकल WPI 3.28% से घटकर 2.40% पर पहुंच गई। मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट WPI भी 1.94% से गिरकर 0.77% रही। खाद्य तेल WPI -13.99% से घटकर -21.33% हो गई है। हालांकि, जनवरी संशोधित WPI 4.73% से बढ़कर 4.80% रही। कोर होलसेल महंगाई दर 2.4% से घटकर 0.1% हो गई है।
खुदरा महंगाई दर 6% के नीचे फिसली
खुदरा महंगाई दर मार्च में CPI यानी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स 5.66% रहा। जबकि फरवरी में यह 6.44% रहा था। बीते महीने खुदरा महंगाई 15 महीने के निचले स्तर पर रही। मार्च में महंगाई का यह आंकड़ा RBI के तय दायरे के अंदर है। बता दें कि मार्च 2022 में महंगाई दर 6.44% रही थी। फूड इंफ्लेशन रेट बीते महीने 4.79% रहा,जो फरवरी में 5.95% रहा था। मंथली आधार पर इसमें बड़ी गिरावट आई है। बता दें कि जनवरी में CPI इंफ्लेशन रेट 3 महीने के उच्चतम स्तर पर 6.52% पर पहुंच गया था।