60 मीटर पाइप से रेंग कर निकलते ही अगर बिगड़ी मजदूरों की हालत तो टीम अलर्ट

60 मीटर पाइप से रेंग कर निकलते ही अगर बिगड़ी मजदूरों की हालत तो टीम अलर्ट
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उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है। चंद घंटों में अच्छी खबर की उम्मीद है। 11 दिनों की जद्दोजहद के बाद अब मजदूरों को जल्द ही टनल से बाहर निकाला जा सकता है।

41 बेड का अस्पताल तैयार
वहीं मजदूरों को निकाले जाने के बाद बाहर भी पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं। टनल के पास एंबुलेंस को तैनात किया गया है।

वहीं, मौके पर डॉक्टरों की टीमों को भी बुला लिया गया है। मजदूरों को निकालते ही उनका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा। जांच और देखभाल के लिए चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों वाला अस्पताल भी तैयार किया गया है। टनल से निकालने जाने के बाद मजदूरों को अस्पताल में लाया जाएगा और फिर उनका मेडिकल चेकअप होगा।

जानकारी के अनुसार टनल से बाहर निकाले जाने के बाद सबसे पहले मजदूरों को गर्म कपड़े पहनाए जाएंगे। उनका चेकअप पहले यही पर अस्पताल में होगा। अगर किसी को ड्रिप लगाने की स्थिति आती है, तो वो भी किया जाएगा। वहीं, सुरंग के अंदर और बाहर के वातावरण में बहुत फर्क है, जिसे बैलेंस किया जाएगा। इस दौरान अगर किसी मजदूर की हालत बिगड़ती है तो उस स्थिति में उन्हें एयरलिफ्ट भी किया जा सकता है।

बता दें कि सुरंग के अंदर गए NDRF के जवान अपने साथ विशेष पहिए वाले स्ट्रेचर लेकर गए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मजदूर कई दिनों से अंदर हैं और उनकी शारीरिक स्थिति मजबूत नहीं है। इसके चलते वे 60 मीटर तक चलने में असमर्थ होंगे। उन्हें उठाकर लाने के लिए स्ट्रेचर ले जाया गया है। साथ ही टीम एक विशेष ऑक्सीजन पैक मास्क भी सुरंग में लेकर गई है।

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अंतिम चरण में रेस्क्यू ऑपरेशन
रेस्क्यू ऑपरेशन के अपडेट की बात करें तो ये अंतिम चरण में पहुंच गया है और सुरंग में आखिरी पाइप डाला जा रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

बता दें कि उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल का एक हिस्सा ढहने की वजह से 12 नवंबर से 41 जिंदगियां अंदर ही फंसी है। हादसे की सूचना मिलते ही NDRF, SDRF समेत तमाम एंजेसियों मजदूरों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। इस अभियान में कई रुकावटें भी आई। हालांकि अब रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग पूरा हो गया है और जल्द ही बड़ी सफलता मिल सकती है।


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