पुरी के जगन्नाथ मंदिर की 1100 साल पुरानी रसोई:दिन में 6 बार 240 चूल्हों पर बनता है भोग

पुरी के जगन्नाथ मंदिर की 1100 साल पुरानी रसोई:दिन में 6 बार 240 चूल्हों पर बनता है भोग
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली। आज पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकल रही है। इसलिए मंदिर की रसोई में लाखों लोगों का प्रसाद बनेगा। ये दुनिया की सबसे बड़ी रसोई है, जहां हर रोज करीब 1 लाख लोगों का खाना बनता है। यहां भगवान को हर दिन 6 वक्त भोग लगाया जाता है, जिसमें 56 तरह के पकवान शामिल होते हैं। भोग के बाद ये महाप्रसाद मंदिर परिसर में ही मौजूद आनंद बाजार में बिकता है।

जगन्नाथ मंदिर की रसोई 11वीं शताब्दी में राजा इंद्रवर्मा के समय शुरू हुई थी। तब पुरानी रसोई मंदिर के पीछे दक्षिण में थी। जगह की कमी के कारण, मौजूदा रसोई 1682 से 1713 ई के बीच उस समय के राजा दिव्य सिंहदेव ने बनवाई थी। तब से इसी रसोई में भोग बनाया जा रहा है।

यहां कई परिवार पीढ़ियों से सिर्फ भोग बनाने का ही काम कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग महाप्रसाद बनाने के लिए मिट्टी के बर्तन बनाते हैं, क्योंकि इस रसोई में बनने वाले शुद्ध और सात्विक भोग के लिए हर दिन नया बर्तन इस्तेमाल करने की परंपरा है।

डिजाइन:विपुल किशोर शर्मा
जगन्नाथ मंदिर एक्ट के मुताबिक, मंदिर के फोटो-वीडियो किसी भी मीडिया या सोशल मीडिया में पब्लिश नहीं कर सकते। इसलिए कुछ फोटो ओडिशा गवर्नमेंट की तरफ से जारी मैगजीन से ली हैं।


ख़बर को शेयर करे
इसे भी पढ़े   दिल्ली एमसीडी को चौथी बैठक में मिला मेयर,शैली ओबरॉय को मिली बड़ी जीत,मिले 150 वोट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *