वाराणसी में बाढ़ से नुकसान का पड़ताल करेगी राजस्व विभाग टीम
वाराणसी। तटवर्ती इलाकों में गंगा का तांडव लगातार जारी है। बाढ़ से हुए नुकसान की पड़ताल करने के लिए राजस्व टीम का गठन करने के साथ ही प्रशासन का अनुमान है कि सोमवार से गंगा का जलस्तर नहीं बढ़ेगा।
गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी अभी जारी है। प्रशासन का अनुमान है कि आज शाम तक जलस्तर स्थिर हो जाएगा। बाढ़ में फंसे लोगों को राहत सामग्री का वितरण पूर्व की तरह जारी रहेगा। दूसरी तरफ राजस्व विभाग की टीम बाढ़ से हुए नुकसान व आगे इसके प्रभाव से होने वाले नुकसान का आकलन करेगी। एडीएम वित्त एवं राजस्व की अगुवाई में इसके बाद प्लान तैयार होगा। इसी के आधार पर लोगों के नुकसान की भरपाई की जाएगी।
पिछले वर्ष भी बाढ़ की स्थिति लगभग यही रही थी। किसानों की फसल के प के नुकासन व मकान आदि गिरने के मामले में लगभग पांच करोड़ के आसपास मुआवजा वितरण किया गया था। इस बार भी प्रशासन का अनुमान है कि इसी के आसपास खर्च होगा। अनुमान है कि किसानों की फसल को ज्यादा नुकसान होगा। हालांकि, धान को लेकर अनुमान है दस फीसद से ज्यादा नुकसान नहीं होगा। लेकिन हरी सब्जी समेत अन्य खरीफ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।
गंगा, वरुणा व गोमती के किनारे के 55 से अधिक गांव अब तक बाढ़ से प्रभावित चुके हैं। इन गांवों के अधिकतर लोग शिविर में शरण लिए हुए हैं। 160 हेक्टेयर से अधिक फसल जलमग्न है। इनमें से दस फीसद फसल ही बचने की उम्मीद है। नदियों के किनारे अधिक मात्रा में धान, सब्जी आदि की बोआई हुई है। किसानों का कहना है कि कुछ भी नहीं बचेगा। धान की फसल पूरी तरह डूबी हुई है। सिर्फ वही बचेंगे जो आंशिक रूप से प्रभावित हैं। शेष का नष्ट होना तय है।