काशी की धरहरा मस्जिद और रजिया मस्जिद हिंदुओं को सौंपे जाने हेतु याचिका

काशी की धरहरा मस्जिद और रजिया मस्जिद हिंदुओं को सौंपे जाने हेतु याचिका
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•काशी नरेश की पुत्री कृष्ण प्रिया की ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की याचिका

धरहरा मस्जिद ,वाराणसी।

रामनगर,वाराणसी(जनवार्ता)। काशी के तत्कालीन शाही परिवार की वर्तमान प्रमुख,काशी नरेश विभूति नारायण सिंह की बेटी महाराज कुमारी कृष्ण प्रिया ने सुप्रीम कोर्ट के सामने पूजा स्थल अधिनियम,1991 को चुनौती देने वाली याचिका में एक हस्तक्षेप आवेदन दायर किया है।

महारानी कृष्ण प्रिया ने याचिका में लिखा है कि काशी रियासत के पूर्व शासक काशी में सभी मंदिरों के मुख्य संरक्षक थे । इसलिए काशी शाही परिवार की ओर से उनके पास इस अधिनियम को चुनौती देने का अधिकार है । कृष्ण प्रिया ने तर्क दिया है कि काशी के मंदिरों का संरक्षक होने के नाते उनके परिवार का कर्तव्य और अधिकार बनता है। महारानी ने याचिका में लिखा है कि उनको अधिकार है कि रज़िया मस्जिद के रूप में जाने जा रहे विवादित अवैध ढांचे के पुनर्ग्रहण की मांग करें । जो काशी विश्वनाथ मंदिर का मूल स्थल है । रजिया मस्जिद के अलावा काशी की महारानी ने धरहरा मस्जिद को भी हिंदुओं को सौंपने की मांग की है । इस बदलाव में रुकावट बन रहे पूजा स्थल अधिनियम के प्रावधानों को चुनौती देने वाली कई याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हैं । याचिकाकर्ताओं में एडवोकेट अश्विनी कुमार उपाध्याय (मुख्य याचिकाकर्ता), एडवोकेट चंद्रशेखर , पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय,स्वामी जीतेंद्र सरस्वती और देवकीनंदन ठाकुरजी शामिल हैं। इतिहासकारों के मुताबिक मूल रूप से काशी विश्वनाथ मंदिर रजिया मस्जिद की जगह पर था । इस मूल काशी विश्वनाथ मंदिर को 1194 ईस्वी में पहली बार कुतुब-उद-दीन-ऐबक तोड़ा था । बाद में रजिया सुल्ताना नाम की मुस्लिम महिला शासक ने अपने नाम पर ही काशी विश्वनाथ मंदिर वाली मूल जगह पर रजिया मस्जिद का निर्माण करवाया था ।डॉ मोतीचंद्र ने अपनी किताब काशी का इतिहास में इन सभी मंदिरों के औरंगजेब के द्वारा तोड़े जाने की घटनाओं का विस्तृत वर्णन किया है ।इतिहासकारों के मुताबिक औरंगजेब ने साल 1682 में वाराणसी के पंचगंगा घाट पर मौजूद बिंदु माधव मंदिर को तोड़ दिया था और वहां धरहरा मस्जिद का निर्माण करवाया था। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के प्रोफेसर माधव जनार्दन रटाटे ने बताया कि औरंगजेब ने काशी को काफी नुकसान पहुँचाया था । उसने काशी में कृतिवाशेश्वर, बिंदु माधव और विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर उस स्थान पर मस्जिद का निर्माण करवाया था । इसके अलावा ओंकारेश्वर और लाटभैरव मंदिर को भी औरंगजेब ने नष्ट कर दिया था।

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