एयर इंडिया फ्लाइट्स में अगले महीने से शुरू होंगी प्रीमियम इकोनॉमी क्लास
नई दिल्ली। टाटा समूह की एयरलाइन एयर इंडिया लगातार अपने नेटवर्क को बढ़ाने और एयरलाइन के एक्सपेंशन के लिए इनीशिएटिव लेती रहती है। इस साल जबसे ये एयरलाइन टाटा ग्रुप के पास आई है,तब से ही ये लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। अब एयर इंडिया ने अपने पैसेंजर्स की सुविधा के लिए एक और कदम उठाया है जिसे जानकर आपको खुशी होगी।
एयर इंडिया शुरू करेगी प्रीमियम इकोनॉमी क्लास-कैम्पबेल विल्सन
एयर इंडिया के इंटरनेशनल नेटवर्क और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के प्रयासों के बीच इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर कैम्पबेल विल्सन ने शनिवार को कहा कि एयरलाइन लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में अधिक सुविधाओं वाली इकोनॉमिक क्लास शुरू करने वाली है जिसका नाम प्रीमियम इकोनॉमी क्लास होगा।
बाजार हिस्सेदारी बढ़ाएगी एयर इंडिया-कैम्पबेल विल्सन
मुंबई में जेआरडी टाटा मेमोरियल ट्रस्ट के एक कार्यक्रम में कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि एयरलाइन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाकर कम से कम 30 फीसदी करेगी। एयरलाइन लॉन्ग टर्म रीस्ट्रक्चरिंग योजना पर काम कर रही है और अगले पांच सालों में उसका अपने बेड़े के साथ-साथ ग्लोबल नेटवर्क को बढ़ाने की भी योजना है।
कैम्पबेल विल्सन ने कहा, “निकट भविष्य में कारपेट, पर्दे, सीट कवर-कुशन बदले जाएंगे. हमने घरेलू उड़ानों में मेन्यू पूरी तरह से बदले हैं। इसके अलावा लंबी दूरी की इंटरनेशनल उड़ानों में अगले महीने से अधिक सुविधाजनक प्रीमियम इकोनॉमी क्लास शुरू कर दी जाएगी।
एयर इंडिया करेगी अपनी तीनों एयलाइंस का विलय!
टाटा समूह एयर इंडिया लिमिटेड में अपने चार एयरलाइंस ब्रांड को विलय करने पर विचार कर रही है जिससे एविएशन सेक्टर में वो अपना बड़ा साम्राज्य स्थापित कर सके। इसी कड़ी में टाटा विस्तारा ब्रांड को भी खत्म कर सकती है जिसके लिए वो साझीदार सिंगापुर एयरलाइंस से बात कर रही है। टाटा के इस फैसले के बाद एयर इंडिया देश में विमानों की संख्या और मार्केट शेयर के लिहाज से दूसरी बड़ी एयरलाइंस बन जाएगी।
18,000 करोड़ रुपये में हुई डील
भारत सरकार ने 8 अक्टूबर 2021 को घोषणा की थी कि टाटा समूह ने एयर इंडिया के लिए बोली जीत ली है। टाटा समूह ने एयरलाइन के लिए 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। इसके बाद 27 जनवरी 2022 को सभी कार्यवाही पूरी होने के बाद एयर इंडिया एक बार फिर टाटा समूह के पास आ गई थी।