भारत को एनीमिया मुक्त बनाने का लक्ष्य, आम बजट में हेल्थ सेक्टर के लिए हुए ये एलान
नई दिल्ली | बुधवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी आम बजट पेश किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पांचवीं बार बजट पेश किया। हर साल पेश होने वाले आम बजट पर पूरे देश की नजर रहती है। इस दौरान आज पेश हुए बजट में अलग-अलग क्षेत्रों के लिए सारे बड़े और अहम एलान किए गए। इसी क्रम में हेल्थ सेक्टर के लिए भी कई सारी घोषणाएं की गईं। हेल्थ सेक्टर देश का एक अहम हिस्सा है। कोरोना महामारी के बाद से ही इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हेल्थ सेक्टर की इसी अहमियत को देखते हुए बजट 2023-24 के तहत स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं। तो चलिए जानते हैं बजट 2023 हेल्थ सेक्टर के लिए क्या सौगात लेकर आया।
एनीमिया को खत्म करने का लक्ष्य
आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि साल 2047 तक एनीमिया को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि साल 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के लिए एक मिशन की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि 0 से 40 साल तक के लोग इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित है। ऐसे में देश में 7 करोड़ लोगों की स्क्रिनिंग की तैयारी की जाएगी। इसके अलावा केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकारों को हेल्थ सेक्टर के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
157 नए नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत
आम बजट 2023 के तहत वित्त मंत्री ने 157 नए नर्सिंग कॉलेज खोलने का भी एलान किया। उन्होंने बताया कि साल 2014 से स्थापित किए गए मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ को-लोकेशन में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे, जहां छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही हेल्थ सेक्टर में नौकरी बढ़ाने पर भी फोकस किया जाएगा।
मिलेट्स को मिला प्रोत्साहन
हेल्थ सेक्टर के लिए एक और एलान करते हुए वित्त मंत्री ने आईसीएमआर की चुनिंदा लैब में शोध के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। इसके अलावा मिलेट्स को बढ़ावा देने के मकसद से भारत को मिलेट रिसर्च के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए हैदराबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जाने का भी एलान किया गया है।
फार्मा इनोवेशन
आम बजट 2023 में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया है। इसके लिए वित्त मंत्री ने एक नया कार्यक्रम शुरू करने का एलान किया है, जिसके निवेश करने के लिए उद्योगों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने प्राथमिक अस्पतालों को भी बढ़ावा देने का एलान किया है।
मेडिकल उपकरणों के लिए पाठ्यक्रम
नए बजट के तहत मेडिकल उपकरणों को समर्पित बहु-विषयक पाठ्यक्रम लाने की भी घोषणा की गई है। साथ ही भविष्य की चिकित्सा प्रौद्योगिकियों, उच्च अंत निर्माण और अनुसंधान के लिए काम करने का भी लक्ष्य बनाया गया है। इतना ही नहीं पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट सेक्टर के आर एंड डी टीमों को सहयोगी अनुसंधान और नवाचार के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।