चीन ने बाहर निकाला अपना ‘ब्रह्मास्त्र’,नहीं है इसका तोड़ अमेरिका के पास
नई दिल्ली। अपना तीसरा कार्यकाल सुनिश्चित करने के बाद से शी जिनपिंग और आक्रमक हो गए हैं। उन्होंने तीसरे टर्म की मंजूरी के बाद दिए भाषण में साफ कर दिया था कि ताइवान चीन का अंग है और वह उसे नहीं छोड़ेंगे। अब कुछ समय बाद चीन ने दुनिया के सामने अपनी नई एंटी शिप हाइपरसोनिक मिसाइल का खुलासा किया है। इस मिसाइल को मंगलवार को पहली बार दुनिया के सामने लाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक,चीन की यह मिसाइल जिसका नाम YJ-21 है, एक नया संस्करण है। विशेषज्ञों के मुताबिक चीन ने इस मिसाइल को रूसी हाइपरसोनिक मिसाइल किंझल को कॉपी करके बनाया है।
भारत और अमेरिका के लिए खतरा
इन सबसे अलग शी जिनपिंग ने अपनी सेना पीएलए को ताकत बढ़ाने और युद्ध की तैयारी तेज करने के आदेश दिए हैं। चर्चा है कि शी जिनपिंग ने एंटी शिप हाइपरसोनिक मिसाइल के जरिये अपने शत्रु देशों खासकर अमेरिका और भारत को चेतावनी दी है। ड्रैगन ने इस युद्धपोत रोधी हाइपरसोनिक मिसाइल को ऐसे समय पर प्रदर्शित किया है जब ताइवान के मुद्दे पर उसकी अमेरिका के साथ टकराहट चल रही है। चीन को जवाब देने के लिए अमेरिका अक्सर अपने एयरक्राफ्ट कैरियर को ताइवान स्ट्रेट से भेजता है। चीन कई बार इन अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर को निशाना बनाने की धमकी दे चुका है। इस एयरक्राफ्ट की रेंज करीब 2000 किमी है।
इस मिसाइल को रोकने के लिए अमेरिका के पास विकल्प नहीं
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ताइवान और चीन के बीच पिछले कुछ समय में जिस तरह के हालात बने हुए हैं और इस वजह से अमेरिका से भी उसकी तनातनी चल रही है, ऐसे में इस मिसाइल के जरिये वह अमेरिका को डराना चाह रहा है। बता दें कि अमेरिका का कोई भी डिफेंस सिस्टम हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोकने में अभी सक्षम नहीं है।
क्या खास है इस मिसाइल में
इस मिसाइल की स्पीड 12 मैक है,जबकि रेंज करीब 2000 किमी है. यह किसी भी युद्धपोत को एक बार में डूबो सकती है। इसे ट्रैक करना भी मुश्किल है।