विक्रम सेठ जिन्होंने हनुमान चालीसा का अंग्रेजी में किया अनुवाद

विक्रम सेठ जिन्होंने हनुमान चालीसा का अंग्रेजी में किया अनुवाद

नई दिल्ली।’अ सूटेबल बॉय’ और ‘द गोल्डन गेट’ जैसे बेस्ट सेलर अंग्रेजी उपन्यास लिखने वाले विक्रम सेठ ने हनुमान चालीसा का अंग्रेजी में अनुवाद किया है। अंग्रेजी अनुवादित हनुमान चालीसा का नाम ‘द हनुमान चालीसा’ है। हालांकि, यह किताब अभी लॉन्च नहीं हुई है। विक्रम सेठ अपने खुले विचारों को लेकर जाने जाते हैं। आइए एक नजर डालते हैं कि वो कौन हैं और उन्होंने हनुमान चालीसा का अंग्रेजी में अनुवाद क्यों किया?

rajeshswari

विक्रम सेठ एक भारतीय उपन्यासकार और कवि हैं जिन्होंने कई उपन्यास और कविता लिखी हैं। उन्हें पद्म श्री, साहित्य अकादमी पुरस्कार, प्रवासी भारतीय सम्मान, डब्ल्यूएच स्मिथ साहित्य पुरस्कार और क्रॉसवर्ड बुक सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।

ऐसे समय में जब पाठकों को आश्चर्यचकित करने के तरीके के रूप में नई साहित्यिक शैलियां आती हैं। सेठ समकालीन साहित्य के लिए पुराने साहित्यिक मॉडलों की ओर रुख करते हैं, जिसे अक्सर उत्तर आधुनिक शैली कहा जाता है। उन्होंने भारत, इंग्लैंड, अमेरिका पर आधारित कई पुस्तकें लिखी हैं। सेठ के ‘अ सूटेबल बॉय’ को दुनिया के सबसे लंबे अंग्रेजी उपन्यासों में से एक कहा जाता है। यह उपन्यास साल 1993 में प्रकाशित हुआ था।

विक्रम सेठ की मां लीला सेठ भारत में हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश बनने वाली पहली महिला थीं।

साल 2013 में LGBT मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक संबंधों पर रोक लगाने वाले कानून को बरकरार रखने का फैसला दिया था। सेठ ने इसका विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट पर अपना गुस्सा व्यक्त किया था। कोलकाता में जन्मे विक्रम सेठ ने कॉर्पस क्रिस्टी कॉलेज, ऑक्सफोर्ड, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और नानजिंग यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।

इसे भी पढ़े   उमेश कोल्हे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई सामने;मौत के कारणों का हुआ खुलासा

हनुमान चालीसा का अंग्रेजी अनुवाद क्यों?
इस सवाल को लेकर बीबीसी से बात करते हुए विक्रम सेठ कहते हैं कि हनुमान चालीसा को लेकर बचपन से ही उनका लगाव रहा है। अपनी खुशी के लिए 10 साल पहले इसकी शुरुआत की थी। अभी इसे प्रकाशित करने का ख्याल तब आया जब मेरी विधवा मामी ने कहा कि इसे दूसरों को भी दिखाओ। जो लोग हिंदी नहीं समझ सकते उन्हें इसके बारे में पता होना चाहिए।

Shiv murti

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *