करीब 2 हजार लीटर कैंसर वाला तेल जब्त,मजे से खा रहे लोग, FSSAI ने बताया 2 सेकंड में ऐसे चेक करें नकली तेल

करीब 2 हजार लीटर कैंसर वाला तेल जब्त,मजे से खा रहे लोग, FSSAI ने बताया 2 सेकंड में ऐसे चेक करें नकली तेल
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नई दिल्ली। आटा,चावल,तेल,घी,चीनी,दूध और दाल,भारत में लगभग सभी खाने-पीने की चीजों में मिलावट का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। व्यापारी ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में एफएसएसएआई के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली यह देस की सबसे बड़ी संस्था है।

हाल ही में राजस्थान के मशहूर शहर अजमेर में चिकित्सा विभाग ने मिलावट के खिलाफ अभियान में करीब 18 हजार लीटर मिस ब्रांड खाद्य तेल सीज किया है। यहां पर विभिन्न प्रसिद्ध ब्रांडों के डुप्लीकेट और अलग-अलग लेवल लगाकर मिस ब्रांड और मिलावट के साथ खाद्य तेल तैयार किए जा रहे थे।

आपको बता दें कि नकली या मिलावटी तेल खाने से सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। ये तेल अक्सर सस्ते होते हैं और इनमें कई तरह की हानिकारक चीजें मिलाई जाती हैं। इसके सेवन से कई अंगों का डैमेज होना और यहां तक की कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का भी खतरा हो सकता है।

पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं
नकली तेल पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे अपच, पेट दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ नकली तेलों में ऐसे तत्व होते हैं जो नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे सुन्नपन, कमजोरी और अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं।

लिवर और किडनी की बीमारियां
लंबे समय तक नकली तेल का सेवन करने से जिगर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है। यह इन अंगों को डैमेज कर सकता है और किडनी की बीमारियां पैदा कर सकता है।

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तेल में मिलावट का गंदा खेल
चिकित्सा विभाग द्वारा #मिलावट के खिलाफ अभियान में गुरूवार को #Ajmer में करीब 18 हजार लीटर मिस ब्रांड खाद्य तेल सीज किया गया।
यहां पर विभिन्न प्रसिद्ध ब्रांडों के डुप्लीकेट और अलग-अलग लेवल लगाकर मिस ब्रांड और मिलावट के साथ खाद्य तेल तैयार किए जा रहे थे।@fssaiindia @Dmajmer pic.twitter.com/Y0SwWm0kL3

कैंसर का भी खतरा
कुछ नकली तेलों में कैंसर पैदा करने वाले तत्व पाए जाते हैं। लंबे समय तक इनका सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। नकली तेल से एलर्जी, त्वचा रोग, बालों का झड़ना और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।

दिल की बीमारियां
नकली तेलों में हानिकारक फैट की मात्रा अधिक होती है जिससे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है, जो दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। इससे आपको हार्ट अटैक और स्ट्रोक का भी जोखिम बढ़ सकता है।

नकली तेल में होता है ट्राई-ऑर्थो-क्रेसिल-फॉस्फेट
ट्राई-ऑर्थो-क्रेसिल-फॉस्फेट एक खतरनाक रसायन है, जो सेहत के लिए खतरनाक है। इस पदार्थ को खाने के 10 से 20 दिन बाद लक्षण दिखाई देने लगते हैं। पहले कुछ दिनों में पैरों में दर्द और सुन्नपन होता है। इसके बाद, पैरों की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और धीरे-धीरे पैर पूरी तरह से काम करना बंद कर देते हैं।

नकली तेल की ऐसे करें पहचान
क्या आपके तेल में टीओसीपी की मिलावट की गई है, यह जानने के लिए आप अपने घर में एक आसान सा टेस्ट कर सकते हैं। एक कंटेनर में 2 एमएल तेल लें और उसमें थोड़ा सा पीला मक्खन डालें। अगर तेल में मिलावट नहीं है तो उसका रंग नहीं बदलेगा। नकली तेल तुरंत लाल हो जाएगा।

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नकली तेल से बचने के उपाय
हमेशा किसी विश्वसनीय ब्रांड का तेल खरीदें। तेल खरीदते समय क्वालिटी सर्टिफिकेट जरूर देखें। तेल की पैकिंग पर सभी जानकारी ध्यान से पढ़ें। अगर आपको किसी तेल के बारे में शक है, तो आप संबंधित सरकारी एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


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